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LAC पर भारत-चीन के बीच टेंशन, रिया चक्रवर्ती गिरफ्तार, सुनें 'आज का दिन'

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर जो बात बिगड़ी तो फिर अब संभलने का नाम नहीं ले रही है. पैंगोंग का नाम आप सभी ने सुना होगा.. उसके पास है रेजांग ला.. सोमवार की घटना के बाद वहां करीब चालीस पचास सैनिक एक दूसरे के सामने आ गए.

भारत और चीन के सैनिक (फाइल फोटो) भारत और चीन के सैनिक (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 10:30 AM IST

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर जो बात बिगड़ी तो फिर अब संभलने का नाम नहीं ले रही है. पैंगोंग का नाम आप सभी ने सुना होगा.. उसके पास है रेजांग ला.. सोमवार की घटना के बाद वहां करीब चालीस पचास सैनिक एक दूसरे के सामने आ गए. ऐसा नहीं है कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत बंद है.. वो भी जारी है लेकिन टेबल पर आमने सामने नहीं हो रही बल्कि हॉट लाइन पर चल रही है. उसमें भी एक वक्त ऐसा आया जब दोनों तरफ से ब्रिगेडियरों के बीच कहासुनी हो गई. 

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अब आमने सामने बैठकर बातें ना हों और हॉटलाइन पर भी बहसाबहसी तो समझा जा सकता है कि दोनों मुल्कों के रिश्ते बेपटरी हैं. तो भारत चीन के बीच टेंशन किस लेवल पर है और दोनों ब्रिगेडियर्स के बीच जो हीटेड एक्सचेंज हुई उसके बाद से अब क्या अपडेट आ रहा है, ये बता रहे हैं आजतक रेडियो रिपोर्टर अभिषेक भल्ला. 

कल शाम मुंबई में तीन दिन की पूछताछ के बाद रिया चक्रवर्ती गिरफ्तार कर ली गईं. उन्होंने जमानत याचिका लगाई थी लेकिन देर रात वो भी ख़ारिज हो गई. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानि NCB ने कोर्ट से 14 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी थी यानि अब साफ है कि 22 सितंबर तक रिया को हिरासत में रहना होगा. सुशांत की मौत के बाद ये अब तक कि सबसे बड़ी गिरफ्तारी है लेकिन याद ये रहना चाहिए कि गिरफ्तारी ड्रग पैडलिंग मामले में है. जहां तक सवाल सुशांत सिंह राजपूत की मौत का है तो वजह की पड़ताल अब तक चल ही रही है. अब सवाल ये है कि रिया के पास क्या लीगल ऑप्शन है? और आज इस केस में क्या हलचल रहनेवाली है? सीबीआई कैसे आगे बढ़नेवाली है? मुंबई से आजतक रेडियो रिपोर्टर अरविंद ओझा बता रहे हैं.

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बिहार के चुनाव करीब हैं. सरगर्मियां तेज़ हो चली हैं. ऐसे में लोक जनशक्ति पार्टी के दिल्ली ऑफिस में भी इसका असर दिखना स्वाभाविक है. पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान की अध्यक्षता में राज्य संसदीय बोर्ड की एक बैठक हुई. फैसला लिया गया कि एलजेपी बिहार की 143 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेगी. इसके अलावा सियासी पंछी बता रहे हैं कि कभी नीतीश कुमार के करीबी रहे प्रशांत किशोर एलजेपी से पींगें बढ़ा रहे हैं. तो बिहार की सियासत में घट क्या रहा है.. पीके और एलजेपी के बीच पक क्या रहा है.. इसका अंदाज़ा दे रहे हैं आजतक रेडियो रिपोर्टर हिमांशु मिश्रा.

और ये भी जानिए कि 9 सितंबर की तारीख इतिहास के लिहाज़ से अहम क्यों है.. क्या घटनाएं इस दिन घटी थीं. अख़बारों का हाल भी पांच मिनटों में सुनिए और खुद को अप टू डेट कीजिए. इतना कुछ महज़ आधे घंटे के न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में नितिन ठाकुर के साथ.  

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