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चिराग पासवान का गणित, BJP नहीं JDU के खिलाफ ही उतारेंगे प्रत्याशी, सुनें 'आज का दिन'

एनडीए की ही एलजेपी पहले से बिहार में गठबंधन के बाहर है और अकेले चुनाव लड़ने वाली है. ऐसे में मुक़ाबला हो गया है दिलचस्प. इसे और मज़ेदार एलजेपी के एक और फैसले ने बना दिया है. पार्टी जेडीयू के ख़िलाफ़ तो उम्मीदवार उतारेगी लेकिन बीजेपी के ख़िलाफ़ नहीं.

LJP नेताओं के साथ चिराग पासवान (फाइल फोटो-PTI) LJP नेताओं के साथ चिराग पासवान (फाइल फोटो-PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 7:53 AM IST

कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ कांग्रेस के प्रदर्शन जारी हैं और राहुल गांधी लगातार सड़क पर हैं. तीन दिनों तक पंजाब हरियाणा में राहुल अपने कार्यकर्ताओं की अगुवाई करते देखे गए, मीडिया में छाये रहे. अचानक एक्टिव हुए राहुल गांधी ने कहा है कि उनकी हालिया यात्रा मोदी सरकार के तीन काले कानूनों के खिलाफ है. सरकार मौजूदा सिस्टम को खत्म करने की राह पर है.. पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी और अब ये कानून लाया जा रहा है. अब सवाल ये है कि कांग्रेस के प्रदर्शन तो ज़ोरदार रहे लेकिन इससे पार्टी क्या साध सकी. जानने के लिए हमने फ़ोन लगाया आनंद पटेल को जो लगातार कई दिनों से कांग्रेस की रैली कवर कर रहे हैं. 

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आजकल यूपी अंधेरे में डूबा है. उसमें भी पूर्वांचल का हाल सबसे बुरा है. ऐसे में निजीकरण की राह पर निकली राज्य सरकार को अपने कर्मचारियों के विरोध का सामना करना पड़ा. बात पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को प्राइवेटाइज़ करने की हो रही है लेकिन जब बिजली का संकट गहराया तो तुरत फुरत योगी सरकार ने कर्मचारियों को मनाना शुरू किया. फ़िलहाल उनकी बात मान ली गई है और तीन महीने बाद सरकार यूपीपीसीएल के कामकाज की समीक्षा करेगी. इस हड़ताल का असर कितना व्यापक था और क्या ये मसला पूरी तरह सुलझ गया है. ये समझा हमने लखनऊ में हमारे सहयोगी कुमार अभिषेक से.

बिहार में एनडीए की सीटों का उलझा मसला किसी तरह सुलझ ही गया है. बीजेपी-जेडीयू में सहमति बन गई जिसकी कल घोषणा हुई. इसके बाद कल देर शाम बीजेपी ने अपने 27 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी है. उधर एनडीए की ही एलजेपी पहले से बिहार में गठबंधन के बाहर है और अकेले चुनाव लड़ने वाली है. ऐसे में मुक़ाबला हो गया है दिलचस्प. इसे और मज़ेदार एलजेपी के एक और फैसले ने बना दिया है. पार्टी जेडीयू के ख़िलाफ़ तो उम्मीदवार उतारेगी लेकिन बीजेपी के ख़िलाफ़ नहीं. पासवान परिवार ने ये जो गणित लगाया है उसे समझने के लिए हमारे सहयोगी रितुराज ने इंडिया टुडे डॉट कॉम के असिस्टेंट एडिटर और बिहार चुनाव पर लगातार नज़र रख रहे प्रभाष दत्ता से बात की. 

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और ये भी जानिए कि 7 अक्टूबर की तारीख इतिहास के लिहाज़ से अहम क्यों है.. क्या घटनाएं इस दिन घटी थीं. अख़बारों का हाल भी पांच मिनटों में सुनिए और खुद को अप टू डेट कीजिए. इतना कुछ महज़ आधे घंटे के न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में नितिन ठाकुर के साथ. 

'आज का दिन' सुनने के लिए यहां क्लिक करें

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