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नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी ने कहा कि सभी सदस्य आज इस डिबेट में हिस्सा ले रहे हैं, ये खुशकिस्मत हैं. मैं भी चाहता था कि इस पर बात करूं, मेरे पास भी इस तरह की सुविधा हो. लेकिन अफसोस ऐसा नहीं है. पांच साल पहले इस सदन में जो हुआ था. इस पर सत्ता पक्ष की ओर से किसी सदस्य ने कुछ कहा. इस पर एनसी सांसद ने कहा कि हां, ठीक है. आपके लिए ठीक हुआ था. हमारे लिए ये ठीक नहीं हुआ था, इस मु्ल्क के लिए ठीक नहीं हुआ था और डेमोक्रेसी के लिए ठीक नहीं हुआ था.
उन्होंने आगे कहा कि हम आपकी मर्जी के गुलाम नहीं हैं, आपके ठीक होने या न होने के गुलाम नहीं हैं. सैयद आगा रुहुल्लाह मेहदी ने कहा कि इस मुल्क की जम्हूरियत के लिए ठीक नहीं हुआ. जम्मू कश्मीर की अवाम के लिए ठीक नहीं हुआ. आसन पर जगदंबिका पाल थे. आसन की ओर से मेहदी को सीमित समय होने की याद दिलाते हुए कहा गया कि आप आसन की ओर देखकर बोलिए.
आसन से जगदंबिका पाल ने ये भी कहा कि आप बजट पर बोलिए. बहुत से अवसर आएंगे जब आप बोल सकते हो, बजट पर बोलिए. नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद ने अपनी बात जारी रखी. उन्होंने कहा कि पांच साल पहले इस सदन में जब ये काला कारनामा किया गया. इस पर ट्रेजरी बेंच की ओर से किसी ने कुछ कहा.
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ट्रेजरी बेंच की ओर से शोर हुआ तो नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद ने कहा कि डिक्टेटर्स की ये खुसूसियत होती है कि वे डरते हैं सुनने से. पांच साल पहले आज ही के दिन जम्मू कश्मीर की इज्जत को तार-तार किया गया. उन्होंने द्रौपदी का जिक्र कर कहा कि ये कौरवों की तरह हंस रहे थे. नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद ने कहा कि आज के ही दिन जम्मू कश्मीर की अवाम को, जम्मू कश्मीर की पूरी लीडरशिप को कैद किया गया था और हमसे हमारा स्टेटस, जम्हूरी हकूक, हमारे राइट्स छीन लिए गए.
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इस पर गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने इसे रिकॉर्ड से हटाने की मांग की. गृह राज्यमंत्री ने कहा कि पांच अगस्त के दिन मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से 370 हटाने का निर्णय लिया था, वह देश की एकता-अखंडता के लिए लिया था और ये द्रौपदी की तरह चीरहरण कह रहे हैं. इसे कार्यवाही से हटाया जाना चाहिए. इस पर आसन की ओर से कहा गया कि इसे कार्यवाही से हटा दिया गया है.
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आसन से जगदंबिका पाल ने श्रीनगर के सांसद आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी से कहा कि अगर आप बजट पर बोलना चाहें तो एक मिनट का समय और दे सकते हैं. इस पर एनसी सांसद ने कहा कि बजट पर ही बोल रहा था. ये डेमोक्रेसी का पार्ट है और हमारे पास आज डेमोक्रेसी नहीं है.