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Agnipath Protests: यूपी-बिहार से लेकर राजस्थान-हरियाणा-बंगाल तक, 10 राज्यों में अग्निपथ पर फैली आग, जानिए कहां-कहां मचा है बवाल?

Agnipath Protests: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध का दायरा बढ़ता जा रहा है. आज सुबह से बिहार, यूपी और हरियाणा में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. बिहार में प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया. यूपी के बलिया में ट्रेन जला दी. अग्निपथ योजना के विरोध में कहां-कहां बवाल मचा? जानें...

बिहार के कुल्हड़िया स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में आज प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी. बिहार के कुल्हड़िया स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में आज प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 जून 2022,
  • अपडेटेड 12:51 PM IST
  • अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग
  • सड़कों पर उतरे युवा, उग्र प्रदर्शन जारी
  • बिहार में कई ट्रेनें आग के हवाले की गईं

केंद्र सरकार की 'अग्निपथ योजना' का विरोध बढ़ता ही जा रहा है. आज लगातार तीसरा दिन है जब इस योजना के विरोध में उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं. शुक्रवार सुबह से ही प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. बिहार के कई जिलों में आगजनी की खबरें आईं हैं. प्रदर्शनकारियों ने चार जगहों पर ट्रेनों में आग लगा दी है. हरियाणा के नरनौल में भी सुबह से प्रदर्शन हो रहे हैं. 

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अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद अगले ही दिन से इसका विरोध शुरू हो गया है. प्रदर्शनकारी इस योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. आज सुबह से बिहार के लखीसराय, बेगुसराय, हाजीपुर, मुंगेर, खगड़िया, औरंगाबाद, समस्तीपुर और बेतिया समेत कई जिलों में प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर रेलवे ट्रैक पर टायर जला दिए. चार जगहों पर ट्रेनों में आग लगाने की खबर भी है. 

उत्तर प्रदेश के बलिया में भी एक ट्रेन को आग के हवाले कर दिया. पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है. हरियाणा के नरनौल में प्रदर्शनकारियों ने जिला उपायुक्त के घर के सामने प्रदर्शन किया. उनके घर पर पत्थरबाजी भी की, जिसके बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया.

गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह न सिर्फ सड़कें जाम कीं, बल्कि रेलवे ट्रैक को भी जाम कर दिया. पटरियों पर टायर जलाए गए और कई ट्रेनों में आग लगा दी है. रेलवे ने बताया कि विरोध प्रदर्शनों के चलते 34 ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ा, जिनमें 29 यात्री ट्रेनें थीं. वहीं, 72 ट्रेनें लेट चल रहीं हैं. आज भी 38 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है.

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प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में तोड़फोड़ भी की. (फाइल फोटो-PTI)

यूपी-बिहार से एमपी-राजस्थान तक प्रदर्शन

1. बिहारः सबसे ज्यादा हिंसक प्रदर्शन यहीं हो रहे हैं. यहां बुधवार से ही प्रदर्शन जारी है. गुरुवार को प्रदर्शन उग्र हो गए. प्रदर्शनकारियों ने छपरा, गोपालगंज और कैमूर में तीन ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया. आज भी सुपौल और आरा में ट्रेनें जला दीं गईं. एडीजीपी संजय सिंह ने न्यूज एजेंसी को बताया कि हिंसा के मामले में अब तक 125 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दो दर्जन FIR दर्ज की गई है. 

2. उत्तर प्रदेशः यहां भी प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ नारेबाजी की, बल्कि सड़कों पर जाम लगाया और पत्थरबाजी भी की. अधिकारियों के मुताबिक, अलीगढ़ और आगरा में प्रदर्शनकारियों ने बसों पर पत्थरबाजी की. इसके अलावा बुलंदशहर, मथुरा, फिरोजाबाद और बलिया में भी प्रदर्शन हुए. आज सुबह यूपी के बलिया में एक ट्रेन जला दी गई. वहीं, वाराणसी में एक बस में तोड़फोड़ की गई.

वाराणसी में बस में तोड़फोड़ कर दी गई.

3. हरियाणाः पलवल में डिप्टी कमिश्नर के घर के बाहर पत्थरबाजी हुई. इसमें 17 पुलिसकर्मी घायल हो गए. पलवल के अलावा गुरुग्राम, रेवाड़ी, चरखी दादरी, हिसार और रोहतक में भी हिंसा हुई. पुलिस ने बताया कि पलवल में हुई हिंसा के मामले में 20 से ज्यादा युवाओं को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि सरकारी गाड़ियों पर पत्थरबाजी की गई और कइयों को आग के हवाले कर दिया गया.

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4. मध्य प्रदेशः ग्वालियर और इंदौर में हिंसक प्रदर्शन हुए. ग्वालियर में रेलवे स्टेशन के पास बनी एक दुकान में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी. इंदौर में अग्निपथ योजना के विरोध में 150 से ज्यादा युवा सड़क पर उतर आए. ग्वालियर के एसपी अमित सांघी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि शहर के गोला का मंदिर इलाके में प्रदर्शनकारियों ने सड़क को जाम कर दिया और पुतला फूंका. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.

5. राजस्थानः सेना की तैयारी कर रहे युवाओं और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के नेताओं ने कई जगहों पर प्रदर्शन किया. इस योजना के विरोध में जयपुर, जोधपुर, सीकर, नागौर, अजमेर और झुंझनू में नारेबाजी की गई. हिंसा से निपटने के लिए कई इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. सीएम अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खेल रही है.

6. हिमाचल प्रदेशः कांगड़ा और हमीरपुर जिले में गुरुवार को अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन हुए. कांगड़ा में यूथ कांग्रेस नेता पंकज कुमार के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ. पंकज कुमार ने धर्मशाला जाने की कोशिश की, जहां पीएम मोदी का रोडशो होना था. हालांकि, पुलिस ने उन्हें कई किलोमीटर पहले ही रोक लिया.

गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह हाईवे जाम कर दिए. (फाइल फोटो-PTI)

7. दिल्लीः यूथ कांग्रेस ने गुरुवार को रैली निकाली. उनकी रैली केरल हाउस से जंतर मंतर तक थी, लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया. इसके अलावा कनॉट प्लेस में भी कुछ लोगों ने प्रदर्शन करने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने बिना अनुमित के कनॉट प्लेस में प्रदर्शन करने की कोशिश की, जिसके बाद 6 लोगों को हिरासत में लिया गया. वहीं, एहतियातन तौर पर राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के दो गेट बंद कर दिए गए थे.

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8. उत्तराखंडः पिथौरागढ़ के सीतम चौक में गुरुवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुआ, लेकिन इस वजह से कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित हुआ. शुक्रवार सुबह से हलद्वानी में प्रदर्शन हो रहे हैं. यहां भारी पुलिस तैनात कर दी गई है. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे भी जाम कर दिया. कुछ जगहों पर पुलिस के साथ भी झड़प होने की खबरें हैं.

9. पश्चिम बंगालः अग्निपथ योजना का विरोध हावड़ा ब्रिज तक जा पहुंचा है. हावड़ा ब्रिज पर आज सुबह सैकड़ों प्रदर्शनकारी हाथ में तिरंगा लेकर पहुंच गए. यहां उन्होंने ब्रिज पर जाम लगा दिया. बाद में पुलिस ने इन्हें हटाया.

10. झारखंड: रांची में सेना भर्ती के दफ्तर के बाहर सैकड़ों युवाओं ने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. रांची में रेलवे स्टेशन के बाहर भी सैकड़ों युवाओं ने धरना दिया था.

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अग्निपथ योजना का विरोध क्यों?

- अग्निपथ योजना के विरोध के दो बड़े कारण सामने आ रहे हैं. पहला तो ये कि इसके तहत सिर्फ 4 साल के लिए सेना में सेवा का मौका मिलेगा. और दूसरा ये कि इसमें पेंशन का कोई प्रावधान नहीं है.

- बिहार के मुंगेर में प्रदर्शन कर रहे एक युवा ने न्यूज एजेंसी से कहा कि नियुक्ति की जो प्रक्रिया थी, अभी भी वही होनी चाहिए. इस योजना को वापस लिया जाना चाहिए और जल्द से जल्द परीक्षा कराई जानी चाहिए. कोई भी चार साल के लिए सेना में नहीं जाएगा.

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- वहीं, जहानाबाद में एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि चार साल बाद हम कहां जाएंगे? चार साल की सेवा के बाद हम बेघर हो जाएंगे. इसलिए हमने सड़कों पर जाम लगाया है. देश के नेताओं को अब पता चलेगा कि जनता सब जानती है.

- अभ्यर्थियों का कहना है कि अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर सेना में भर्ती किया जाएगा और फिर रिटायर कर दिया जाएगा. न ग्रैच्युटी मिलेगी और न ही पेंशन मिलेगी. 

प्रदर्शनकारी योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. (फाइल फोटो-PTI)

सरकार ने आयुसीमा 23 साल बढ़ाई

- देश के कई राज्यों में विरोध के बाद केंद्र सरकार ने देर रात अग्निवीरों के लिए आयुसीमा को 21 साल बढ़ाकर 23 साल कर दी. ये छूट इसी साल रहेगी. यानी इस साल 17.5 से 23 साल तक के युवा अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं. 

- अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा. इस साल 46 हजार युवाओं की भर्ती होगी. इस साल आयुसीमा 17.5 से 23 साल तक रहेगी, जबकि अगले साल से 21 साल तक की ही सीमा रहेगी.

- योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा. अग्निवीरों को हर महीने 30 हजार रुपये की सैलरी मिलेगी. ये सैलरी हर साल बढ़ेगी और चौथे साल 40 हजार रुपये महीने सैलरी मिलेगी. 

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- इसके अलावा अग्निवीरों को 48 लाख रुपये का बीमा कवर मिलेगा. सेवा के दौरान शहीद होने या दिव्यांग होने पर 44 लाख रुपये तक का मुआवजा मिलेगा.

- चार साल की सेवा पूरी होने के बाद 25% युवा सेना में आगे बरकार रहेंगे. इन्हें और 15 साल तक सेना में सेवा करने का मौका मिलेगा. इस दौरान सेनाओं के कानून और शर्तें इन पर लागू होंगी.

 

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