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बंगाल में रामनवमी से पहले सियासत गरम, ममता से बोले सुवेंदु अधिकारी- 'जय श्रीराम के नारे को चुप कराने की आपमें ताकत नहीं'

भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि टीएमसी सरकार द्वारा राज्य भर में रामनवमी जुलूसों को रोकने के किसी भी प्रयास का कड़ा प्रतिरोध किया जाएगा. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर एक खास समुदाय को खुश करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि उनकी सत्ता अब सिर्फ कुछ समय के लिए ही है.

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (R) और बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी. (PTI/File Photo) बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (R) और बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी. (PTI/File Photo)
aajtak.in
  • कोलकाता,
  • 20 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 12:49 PM IST

पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी पारा चढ़ने लगा है. भाजपा और टीएमसी के बीच राजनीतिक लड़ाई बढ़ती जा रही है, खासकर धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर. पश्चिम बंगाल में रामनवमी के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं, ऐसे में तनाव बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि दोनों पार्टियां चुनाव से पहले खुद को आक्रामक तरीके से पेश कर रही हैं. भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि टीएमसी सरकार द्वारा राज्य भर में रामनवमी जुलूसों को रोकने के किसी भी प्रयास का कड़ा प्रतिरोध किया जाएगा. 

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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर एक खास समुदाय को खुश करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि उनकी सत्ता अब सिर्फ कुछ समय के लिए ही है. पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, 'हम पिछले साल की तरह रामनवमी मनाएंगे. इस बार रामनवमी महाकुंभ वर्ष के साथ मेल खा रहा है. यह एक गौरवशाली वर्ष है. हम इसका बड़ा जश्न मनाएंगे. पुलिस को बताएंगे कि वे ममता के जाल में न फंसें, वरना उन्हें जवाब देना होगा. आपके पास जय श्री राम के नारे को चुप कराने की ताकत नहीं है. सभी आएंगे और रैलियों में शामिल होंगे.'

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ममता शासन के बचे अब गिने-चुने दिन: अधिकारी

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सुवेंदु अधिकारी ने कहा, 'लाखों हिंदू रामनवमी की शोभा यात्राओं में शामिल होंगे. रोक सको तो रोक लो. हिंदू भारत पर राज करेंगे और जो बंगाल में हिंदुओं का ख्याल रखेगा वही बंगाल पर राज करेगा. सभी हिंदुओं को झंडे और माथे पर टीका लगाकर रैलियों में भाग लेना चाहिए. कानून और व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार का कर्तव्य है. अगर ममता बनर्जी सत्ता में रहीं तो राज्य की स्थिति बांग्लादेश जैसी हो जाएगी. उनके शासन के अब गिने-चुने दिन रह गए हैं. हिंदू अब एक समुदाय के प्रति उनके खुलेआम तुष्टीकरण और रामनवमी उत्सव को कुचलने के प्रयासों को स्वीकार नहीं करेंगे.'

अधिकारी के अनुसार, 6 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर राज्य भर में 20,000 से अधिक जुलूस निकाले जाएंगे, जिसमें अनुमानतः 1 करोड़ हिंदू भाग लेंगे. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि राज्य में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों जैसी हैं. बीजेपी नेता ने दावा किया, 'पिछली दुर्गा पूजा के दौरान राज्य में हिंदू समुदाय के कई पूजा स्थलों पर तोड़फोड़ की गई थी. ऐसी घटनाओं के पीछे जिहादी तत्व हैं और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कुछ नेता उन्हें सहायता और बढ़ावा दे रहे हैं.'

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बंगाल में विभाजन की राजनीति नहीं चलेगी: हकीम

कालकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने रामनवमी को लेकर बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी के आरोपों पर कहा, 'बंगाल टैगोर और श्री चैतन्य के मार्ग का अनुसरण करता है. बंगाल विभाजन की राजनीति का समर्थन नहीं करता. जो लोग नफरत की राजनीति में लिप्त हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि राजनीति मानवता की भलाई के लिए है न कि विभाजन के लिए. हर किसी को धार्मिक रीति-रिवाज और त्योहार मनाने का अधिकार है. जो लोग रामनवमी की शोभा यात्रा निकालना चाहते हैं, वे निकालेंगे. अधिकारी को उन्हें उकसाने की जरूरत नहीं है.' 

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