Advertisement

'पहले हम कबूतर छोड़ते थे, अब चीते', PM मोदी के बयान पर ओवैसी ने लिखा-और रेपिस्ट...

गुजरात सरकार ने पिछले दिनों चर्चित बिलकिस बानो गैंगरेप केस के सभी 11 दोषियों को रिहा कर दिया था. असदुद्दीन ओवैसी इस मुद्दे पर लगातार बीजेपी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. अब उन्होंने पीएम मोदी के गुजरात के डिफेंस एक्सपो में दिए 'चीता छोड़ने का सामर्थ्य' रखने वाले बयान पर तंज कसा. इससे पहले ओवैसी ने पीएम को बिलकिस बानो के घर जाने की सलाह दी थी.

असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर कसा तंज असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर कसा तंज
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 2:14 PM IST

एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'चीता छोड़ने का सामर्थ्य' रखने वाले बयान पर तंज कसा है. पीएम मोदी ने बुधवार को गुजरात में डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश पहले कबूतर छोड़ा करता था. आज चीता छोड़ने का सामर्थ्य रखता है. वहीं, पीएम मोदी के इस बयान पर ट्वीट करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, ''और रेपिस्ट''. 

Advertisement

 

And rapists... https://t.co/qGCTgAJOQ5

— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 19, 2022

 

माना जा रहा है कि असदुद्दीन ओवैसी का ये तंज बिलकिस बानो केस को लेकर था. दरअसल, गुजरात सरकार ने पिछले दिनों बिलकिस बानो केस के 11 दोषियों को रिहा कर दिया था. इसे लेकर बीजेपी सरकार की काफी आलोचना भी हो रही है. इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी गई है. 

बिलकिस बानो के परिवार से मिलें पीएम मोदी- ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी ने इससे पहले भी बिलकिस बानो और अंकिता मर्डर केस पर बीजेपी सरकार को घेरा था. ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात के अंबाजी में आयोजित रैली में नारी शक्ति के सम्मान पर भाषण पर तंज कसा था. औवेसी ने ट्वीट कर कहा था, 'पीएम साहब, कृपया बिलकिस बानो और अंकिता के परिवार से मिलें, हो सकता है कि वे आपसे कुछ कहना चाहें...'

Advertisement

29 नवंबर को SC में सुनवाई

बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप के दोषियों की रिहाई के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई थी. बिलकिस बानो के गुनहगारों की रिहाई के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार से कई तीखे सवाल किए. जस्टिस अजय कुमार रस्तोगी ने कहा था कि गुजरात सरकार ने बीती रात इस मामले में भारी भरकम हलफनामा दाखिल किया. उन्होंने कहा कि हमने भी इसे सुबह अखबारों में पढ़ा. जस्टिस अजय रस्तोगी ने तीखे सवाल करते हुए कहा कि सरकार ने जवाब में इतने फैसलों का हवाला क्यों दिया? उन्होंने कहा कि तथ्यात्मक पहलू कहां हैं? विवेक का उपयोग कहां है? सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी.
 


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement