
इंडिगो की फ्लाइट में बैठकर एक यात्री गलत जगह पहुंच गया. दरअसल यात्री को दिल्ली हवाईअड्डे से पटना जाना था, लेकिन वह गलती से दूसरी फ्लाइट में चला गया और उदयपुर पहुंच गया. इस मामले में अब विमानन नियामक डीजीसीए घटना की जांच कर रहा है.
जानकारी के मुताबिक यह घटना 30 जनवरी को हुई थी. एयरलाइन ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, हम 6E-319, दिल्ली-उदयपुर उड़ान में एक यात्री के साथ हुई घटना से अवगत हैं. हम इस मामले में अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
डीजीसीए के एक सूत्र के मुताबिक, यात्री ने दिल्ली से पटना के लिए इंडिगो की फ्लाइट बुक की थी. लेकिन जब वह बोर्डिंग एरिया में थे, तब पटना और उदयपुर जाने वाली फ्लाइट के लिए अलग-अलग गेट से बोर्डिंग की प्रक्रिया चल रही थी. यात्री गलती से उदयपुर की फ्लाइट के लिए कतार में लग गया और उस फ्लाइट में सवार हो गया. सूत्र ने कहा कि उदयपुर हवाईअड्डे पर उतरने के बाद ही उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ.
इसके बाद यात्री ने हवाईअड्डे के अधिकारियों को सतर्क किया और तब एयरलाइन को इस घटना के बारे में पता चला. हालांकि इंडिगो ने उन्हें दिल्ली वापस भेज दिया और अगले दिन उन्होंने पटना के लिए उड़ान भरी.
बोर्डिंग पास क्यों नहीं हुआ स्कैन?
DGCA ने इस मामले में एयरलाइन से घटना के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. DGCA ने कहा, हम कार्रवाई करेंगे और जो भी करना होगा करेंगे. साथ ही डीजीसीए ने कहा कि यह भी पता लगाया जाएगा कि यात्री के बोर्डिंग पास को अच्छी तरह से स्कैन क्यों नहीं किया गया? यह हैरान करने वाला है कि विमान में सवार होने से पहले बोर्डिंग पास को नियमानुसार दो बिंदुओं पर जांचा जाता है, बावजूद इसके यात्री गलत विमान में कैसे चढ़ा?
पहले भी आ चुका है ऐसा मामला
गौरतलब है कि बीते 20 दिनों में इंडिगो के कर्मचारियों की चूक का यह दूसरा मामला है. इससे पहले इंदौर जाने वाले एक यात्री को नागपुर जाने वाली फ्लाइट में बैठा दिया गया था.