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कभी BJP से कर दी थी बगावत, अब मोदी 3.0 में बने मंत्री... जानें- कौन हैं अजय टम्टा?

अजय टम्टा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के करीबी माने जाते हैं. अजय टम्टा बीजेपी के लिए उत्तराखंड में बड़ा दलित चेहरा हैं. बीजेपी ने उन्हें मंत्री बनाकर पार्टी ने जातिगत समीकरण साधने की कोशिश भी की है. अजय टम्टा को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री और संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है.

अजय टम्टा अजय टम्टा
अंकित शर्मा
  • देहरादून,
  • 09 जून 2024,
  • अपडेटेड 8:48 AM IST

केंद्र में तीसरी बार एनडीए की सरकार बन गई है. रविवार को नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. पीएम मोदी के अलावा उनकी कैबिनेट के मंत्रियों ने भी शपथ ली. मंत्री पद की शपथ लेने वालों में उत्तराखंड की अल्मोड़ा से सांसद बने अजय टम्टा भी शामिल हैं. उन्हें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री और संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है.

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अजय टम्टा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के करीबी माने जाते हैं. अजय टम्टा बीजेपी के लिए उत्तराखंड में बड़ा दलित चेहरा हैं. उन्हें मंत्री बनाकर पार्टी ने जातिगत समीकरण साधने की कोशिश भी की है. 

16 जुलाई 1972 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में जन्मे अजय टम्मा एक साधारण परिवार से आते हैं. उनके पिता मनोहर लाल टम्टा पोस्टल विभाग में अफसर थे और उनकी मां निर्मला टम्टा गृहिणी थीं. मनोहर लाल टम्टा और निर्मला टम्टा के छह बेटे-बेटियों में अजय टम्टा तीसरे नंबर पर हैं. 

ऐसे शुरू हुआ राजनीतिक करियर

अजय टम्टा का राजनीतिक करियर 23 साल की उम्र से शुरू हो गया था. उन्होंने 1997 में जिला पंचायत के सदस्य के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. जिला पंचायत चुनाव जीतने के बाद उन्हें जिला पंचायत का उपाध्यक्ष बनाया गया. अजय टम्टा साल 1999 में अल्मोड़ा के जिला पंचायत अध्यक्ष बने. इसके बाद टम्टा ने बीजेपी से टिकट न मिलने पर बगावत कर दी और 2002 में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर सोमेश्वर से चुनाव लड़ा, जिसमें वो कांग्रेस के प्रदीप टम्टा से हार गए थे. इसके बाद 2007 में उन्होंने जीत हासिल की.

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अजय टम्टा ने 2009 के आम चुनाव में पहली बार पिथौरागढ़ लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें कांग्रेस के प्रदीप टम्टा से हार मिली. इसके बाद 2012 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में उन्होंने सोमेश्वर से निर्दलीय उम्मीदवार रेखा आर्या को हराया. रेखा आर्या बाद में मोदी सरकार में मंत्री भी बनी थीं.

लगातार तीसरी बार बने हैं सांसद

अजय टम्टा लगातार तीसरी बार सांसद बने हैं. 2014 में उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को लगभग एक लाख वोटों के अंतर से हराया था. इसके बाद 2019 में उन्होंने फिर प्रदीप टम्टा को दो लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था. 2024 में उन्होंने 2014 और 2019 से भी बड़ी जीत हासिल की है. इस बार उन्होंने लगातार तीसरी बार प्रदीप टम्टा को हराया है. 

1.23 करोड़ की संपत्ति के हैं मालिक

चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के मुताबिक, अजय टम्टा के पास 1.23 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है. उनके ऊपर 19 लाख से ज्यादा की देनदारी भी है.

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