
महाराष्ट्र में महायुति के नेताओं की ओर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हमे भी आता है लेकिन गुस्सा जाहिर करने की भी मर्यादा होती है.
अजित पवार ने कहा कि एक बात मैं कहना चाहूंगा कि सभी को अपने विचार रखने का अधिकार है. यह अधिकार संविधान बनाने वाले बाबसाहेब आंबेडकर ने हमे दिया है लेकिन कोई भी सत्ताधारी हो, विरोधी हो या और कोई भी हो, जुबान पर नियंत्रण न रखने वालों को मर्यादा का पालन करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हम शिव, फूले और आंबेडकर के महाराष्ट्र में रहते हैं. कहीं भी गलत बयानबाजी कर महायुति और उसके सहयोगी पक्षों को मुश्किल में न लाएं. ठीक है कि गुस्सा आता है, हमे भी आता है लेकिन गुस्सा जाहिर करने की भी मर्यादा होती है. किस तरह की भाषा का इस्तेमाल होना चाहिए. सुसंस्कृत महाराष्ट्र कैसा होना चाहिए यह यशवंतराव चव्हाण ने हमें सिखाया है. उसी विचारधारा से हम आगे बढ़ रहे हैं. अगर कोई कुछ बोल गया तो इसका मतलब यह नहीं कि महायुति की सरकार का उसे समर्थन है, ऐसा बिल्कुल नहीं है.
क्या है मामला?
शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा के दौरान आरक्षण पर दिए गए बयानों को लेकर उनकी जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. उनके इस बयान से विवाद खड़ा हो गया था. इसे लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बुलढाणा पुलिस स्टेशन में संजय गायकवाड़ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के गुट के सदस्य संजय गायकवाड़ ने कहा था कि राहुल गांधी का वह बयान जिसमें उन्होंने भारत में आरक्षण खत्म करने की बात कही है, जनता से सबसे बड़ा झूठ है. एक तरफ महाराष्ट्र में आरक्षण की मांग उठ रही है, वहीं राहुल गांधी ने देश में आरक्षण खत्म करने का बयान दिया है. आज वह देश से आरक्षण खत्म करने की भाषा बोल रहे हैं और उन्होंने कांग्रेस का असली चेहरा दिखा दिया है. जो कोई भी राहुल गांधी की जीभ काटेगा, मैं उसे 11 लाख रुपये का इनाम दूंगा. बता दें कि हाल ही में अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना की आवश्यकता की बात कही थी.