
आतंकी संगठन अलकायदा (Al-Qaeda) ने अपने इंडिया सबकॉन्टिनेंट के मुखिया मौलाना असीम उमर उर्फ सनाउल हक का वीडियो पहली बार जारी किया है. सनाउल 2019 में अफगानिस्तान में ढेर हो गया था. लेकिन अचानक 4 साल बाद अलकायदा के मीडिया विंग As Sahab ने आतंकी सनाउल का वीडियो जारी किया है. आजतक/इंडिया टुडे के पास मौजूद अल-कायदा का 6 मिनट का ये एक्सक्सूजिव वीडियो भारत के खिलाफ किसी बड़ी साजिश की तरफ इशारा करता है. वीडियो सामने आने के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं.
वीडियो में हिंदी में बोल रहे AQIS के सबसे पहले चीफ मौलाना असीम उमर को साल 2019 में अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज ने मार गिराने का दावा किया था. अब, 4 साल बाद अलकायदा द्वारा उसका वीडियो जारी करने के पीछे की साजिश का पता लगाने में खुफिया एंजेसियां जुट गई हैं. देश की सेंट्रल एजेंसियां भारत के खिलाफ रची जा रही किसी बड़ी साजिश का शक जता रही हैं. आसिम अल कायदा चीफ रहे आतंकी अयमान अल जवाहिरी का करीबी था. उसने 2015 में वीडियो जारी कर अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र संघ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस्लाम का दुश्मन बताते हुए हमले की धमकी दी थी.
दुनियाभर को देना है ये संदेश?
अब वीडियो सामने आने के बाद सेंट्रल एजेंसियों को शक है कि इसके जरिए अलकायदा भारत में नए सिरे से अपने पैर जमाना चाहता है और नौजवानों को कट्टरपंथी बनाना चाहता है. माना जा रहा है कि इसके अलावा अलकायदा दुनियाभर को ये संदेश देना चाहता है कि सबसे बड़े आतंकी ओसामा बिन लादेन के आतंकी संगठन की कमान संभालने वालों में से एक भारत का भी रहने वाला था. इस वीडियो में आतंकी हिंदी में बोल रहा है और जिहाद कैसे शुरू हुआ, जिहाद की जरूरत क्यों है, आदि के बारे में बात कर रहा है.
मौलाना असीम के यूपी से जुड़े हैं तार
बता दें कि अल कायदा इंडिया इन सबकोंटिनेंट के चीफ सनाउल के तार सीधे-सीधे भारत से जुड़े हुए हैं. कारण, भारत की एजेंसियों ने जांच के बाद इस बात का खुलासा किया था कि मौलाना असीम उमर यूपी के संभल का रहने वाला था. उसका असली नाम सनाउल हक था. साल 1992-93 के आसपास सनाउल हक उत्तर प्रदेश के संभल से अचानक गायब हो गया था और बाद में इसके पाकिस्तान में होने की खबर मिली थी. वह देवबंद में पढ़ाई कर चुका था.
2014 में बनाया गया था इंडिया सबकॉन्टिनेंट का मुखिया
साल 2014 में अल-कायदा चीफ अयमान अल जवाहिरी ने अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट की नए ब्रांच के खोले जाने का ऐलान किया था और इसका मुखिया मौलाना असीम उमर को बनाया था. इसके बाद से मौलाना असीम उमर सोशल मीडिया पर पूरी तरह एक्टिव हुआ था. वह लगातार भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगातार जहर उगलता रहता था. नौजवानों को जेहाद की तरफ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित की जाने वाली उसकी तकरीरों से भारत और पड़ोसी देश बांग्लादेश में कई आतंकियों को पैदा कर दिया था, जिन्होंने कई आतंकी वारदातों को अंजाम दिया था.
2019 में पहली बार सामने आया था असीम उमर का चेहरा
इसके बाद ताबड़तोड़ जांच हुई तो दिल्ली समेत कई राज्यों में AQIS का मॉड्यूल का खुलासा हुआ था. हालांकि अलकायदा ने कभी असीम उमर का असली चेहरा अपने किसी वीडियो में नहीं दिखाया था. न ही उसकी फोटो कभी दुनिया के सामने आई थी. लेकिन साल 2019 में अफगानिस्तान में मारे जाने के दावे के बाद पहली बार अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी ने असीम उमर का पहला फोटो जारी किया था.
अमेरिका ने ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में किया था शामिल
अमेरिका पर 9/11 हमले के बाद अल कायदा की एक डॉक्युमेंट्री में भी असीम ओसामा बिन लादेन के साथ नजर आया था. अमेरिका ने 2016 में उसे ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में शामिल किया था. मौलाना असीम उमर ने मरने से पहले भारत में जिहाद फैलाने के लिए कई वीडियो भी जारी किए थे. इन वीडियो में वह भारतीय जांच एजेंसियों और पुलिस पर हमले के लिए उकसाते नजर आया था.