
लोकसभा में दो तिहाई बहुमत से महिला आरक्षण विधेयक पास हो गया है. इस पर चर्चा के दौरान कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा को बताया कि जनगणना और परिसीमन के बाद निचले सदन और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने का प्रावधान है. मेघवाल ने कहा कि अगर सरकार तुरंत आरक्षण देने पर सहमत होती है तो यह संविधान के प्रावधानों के खिलाफ होगा. इस दौरान उन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर का जिक्र किया तो संदन में हंगामा होने लगा.
सदन में कानून मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब अंबेडकर को 1952 में चुनाव हराया. फिर वह भंडारा से उपचुनाव लड़ना चाहते थे, वो भी आपने हराया. कांग्रेस उन्हें संविधान सभा में भी नहीं आने देना चाहती थी, लेकिन अब आप OBC समाज के भले की बात कर रहे हैं. उन्होंने सुप्रिया सुले का जिक्र करते हुए कहा कि बाबा साहब ने हमें वोटिंग का अधिकार दिया, जिससे हम सशक्त हुए. लेकिन जब संविधान सभा की चर्चा चल रही थी कि तो पढ़े लिखे और साहूकारों को वोट के अधिकारी की बात की जा रही थी. लेकिन बाबा साहब ने कहा था कि हम एशिया और अफ्रीका के देशों को नेतृत्व देने जा रहे हैं. तो हमें बड़ा निर्णय लेना होगा. इसी दौरान अमित शाह सदन में खड़े हुए औऱ उन्होंने कहा कि जैसे राहुल गांधी को बीजेपी ने हराया, वैसे ही बाबा साहब अंबेडकर को कांग्रेस ने हराया. उनके सामने जीतकर आने वाले प्रत्याशी कांग्रेस के ही थे.
कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि विपक्ष के समर्थन से ऐसा विधेयक पारित हो सकता है, लेकिन फिर यह अदालतों में फंस जाएगा. उन्होंने कहा कि फिर आप इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे. लेकिन हम विधेयक को तकनीकी मुद्दों में फंसने नहीं देंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने विधेयक को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के पास इस विधेयक को आगे बढ़ाने के लिए नीति, इरादा और नेतृत्व है, जो विपक्षी दल के पास तब नहीं था जब वह सत्ता में थी.
राहुल गांधी की ओबीसी टिप्पणी पर उन पर कटाक्ष करते हुए मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों में बीआर अंबेडकर की हार सुनिश्चित की. मंत्री ने दावा किया कि आपने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया. आपने सेंट्रल हॉल (पुराने संसद भवन के) में उनकी तस्वीर लगाने की अनुमति नहीं दी. इससे पहले आज सुबह, लोकसभा में विधेयक को पारित करने के लिए पेश करते हुए मेघवाल ने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बिल है, साथ ही सदस्यों से इसे सर्वसम्मति से पारित करने का आग्रह किया.