
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को नई दिल्ली में देशभर के इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने देश की आंतरिक सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. गृह मंत्री ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद पर काबू पाने के लिए उसके फाइनेंशियल और लॉजिस्टिकल सपोर्ट सिस्टम को खत्म करने की जरूरत है.
वहीं उन्होंने कहा कि हमें देश की कोस्टल सिक्योरिटी को भी अभेद्य बनाना होगा, इसके लिए सबसे छोटे और सबसे आइसोलेटेड पोर्ट पर भी हमारी पैनी नजर होनी चाहिए.
नशे से कमाया पैसे देश को सुरक्षा को करता है प्रभावित
अमित शाह ने कहा कि नार्कोटिक्स न सिर्फ देश की युवा पीढ़ी को बर्बाद करता है बल्कि इससे कमाया गया पैसा देश की आतंरिक सुरक्षा को भी प्रभावित करता है, इसलिए इसके पूरे नाश के लिए हमें साथ मिलकर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि राज्यों की आतंकवाद-रोधी और ड्रग्स-रोधी एजेंसियों के बीच संपर्क बढ़ाने और सूचना साझा करने की प्रक्रिया को और मजबूत बनाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद के साथ-साथ इसके सपोर्ट सिस्टम के साथ भी है. जब तक हम इन दोनों के खिलाफ सख्ती से नहीं लड़ते तब तक आतंकवाद पर जीत हासिल नहीं हो सकती.
शांति बना रखने के लिए गुमनाम तरीके से काम करती है आईबी
गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार सुरक्षा के सभी पहलुओं को मजबूत कर राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है.आजादी से अब तक देश में शांति बनाए रखने में बिना किसी यश के गुमनाम तरीके से आईबी ने बेहद अहम योगदान दिया है.
बैठक में काउंटर टेररिज्म, कट्टरवाद से खतरे, साइबर सुरक्षा संबंधित मुद्दों, सीमा से जुड़े पहलुओं और राष्ट्र की अखंडता और स्थिरता को सीमा पार से विरोधी तत्वों के खतरों सहित राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर मंथन हुआ.