
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जल्द ही फिर से बस्तर के दौरे पर जाएंगे. बताया जा रहा है कि वह चार अप्रैल की शाम या रात तक रायपुर पहुंचेंगे और रात को रायपुर में ही रहेंगे. इसके बाद पांच अप्रैल को बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाके दंतेवाड़ा जाएंगे, जहां से वो सरकार की मजबूत नीति और बस्तर की समृद्ध संस्कृति को एक साथ आगे बढ़ाने का संदेश देंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री के इस दौरे की दो बड़ी वजहें है. पहली, बस्तर के वीर जवानों का सम्मानित करेंगे. जिन्होंने हाल ही में नक्सल विरोधी अभियानों में जबरदस्त सफलता हासिल की है. और दूसरी, बस्तर पंडुम 2025 जो छत्तीसगढ़ की समृद्ध आदिवासी संस्कृति का भव्य उत्सव है. अमित शाह अपने दौरे के दौरान लोक कलाकारों को सम्मानित करेंगे, जिससे परंपरा को और बढ़ावा मिलेगा.
संस्कृति का महाकुंभ
संस्कृति का महाकुंभ बस्तर पंडुम 2025 शुरू होने जा रहा है. इस महोत्सव की पहल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की है. ये सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि बस्तर की पारंपरिक कला, वेशभूषा, लोकगीतों और नृत्य को संरक्षित करने का अभियान है. इसमें सात प्रमुख विधाओं में प्रतियोगिताएं होंगी, जिसमें जनजातीय नृत्य, लोकगीत, पारंपरिक वाद्ययंत्र, वेशभूषा, शिल्प-चित्रकला और आदिवासी व्यंजन शामिल होंगे.बस्तर में अमित शाह का यह दौरा सिर्फ सांस्कृतिक नहीं, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है. हाल ही में हुए नक्सल विरोधी अभियानों में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है. सीएम विष्णुदेव ने खुद इन अभियानों की निगरानी कर रहे हैं और लगातार पुलिस प्रशासन के साथ बैठकें कर रहे हैं. अमित शाह ने मार्च 2026 तक बस्तर से नक्सलवाद का सफाया करने का लक्ष्य तय किया है.
बता दें कि केंद्रीय मंत्री पिछले दौरे पर 15 दिसंबर को बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में आए थे, जहां उन्होंने खेल और युवा शक्ति को बढ़ावा देने की बात कही थी.