
28 से 29 साल के दो मादा और एक नर अफ्रीकी हाथियों को जल्द ही भारत के जामनगर स्थित विश्व प्रसिद्ध वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू सेंटर वनतारा में अपना नया घर मिलेगा. इस दिवाली अनंत अंबानी ने इन हाथियों को ट्यूनीशिया से वनतारा लाने के लिए चार्टर्ड विमान की व्यवस्था की. अपने नए घर वनतारा में ये हाथी करुणा भरी देखभाल से एक नए जीवन की अनुभूति करेंगे.
बता दें कि अनंत मुकेश अंबानी द्वारा स्थापित वनतारा से ट्यूनीशिया के एक निजी वाइल्ड लाइफ फेसिलिटी ने संपर्क किया था, जो ऐसी जगह की तलाश में थी, जहां हाथियों की विशिष्ट आहार, आवास और चिकित्सा संबंधी जरूरतों को स्थायी रूप से पूरा किया जा सके.
इन हाथियों - अचटाम, कानी और मीना - को महज 4 साल की उम्र में बुर्किना फासो से ट्यूनीशिया शिफ्ट किया गया था. अब कन्वेंशन ऑन इंटरनेशनल ट्रेड इन एनडेंजर्ड स्पीशीज ऑफ वाइल्ड फॉना और फ्लोरा (CITES) के साथ सभी नियामक और कानूनी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं. ये हाथी अब चार्टर्ड कार्गो एयरक्राफ्ट के जरिए भारत की यात्रा की तैयारी कर रहे हैं.
दरअसल, लगातार चुनौतियों के कारण इन हाथियों को देखभाल के लिए एक ऐसे स्थान की जरूरत पड़ी, जहां उनकी जरूरतों का लंबी अवधि तक ध्यान रखा जा सके. कई साल तक इंसानी देखभाल के बाद उनका जंगल में लौटाना संभव नहीं था, इसलिए ऐसी जगह की खोज शुरू हुई, जहां हाथियों को प्राकृतिक और समृद्ध वातावरण में रखा जा सके. ये खोज वनतारा पर आकर खत्म हुई, जिसे हाथियों के शांतिपूर्ण और सुखद जीवन के लिए सबसे उपयुक्त स्थान माना गया.
वनतारा की पशु चिकित्सा टीम ने हाल की स्वास्थ्य जांच में पाया कि हाथियों को व्यक्तिगत चिकित्सा देखभाल और उनके मुताबिक वातावरण की जरूरत है. अचटाम के एक दांत में दिक्कत और एक मामूली संक्रमण है, जिसे नियमित देखभाल की जरूरत है, जबकि कानी के नाखून में दरारें हैं. इन हाथियों का मौजूदा निवास स्थान साधारण है, जहां उनके शारीरिक और मानसिक बेहतरी के लिए सीमित एक्टिविटी हैं. उनका आहार मुख्यतः सूखी घास पर आधारित है और पानी के संसाधनों तक पहुंच भी सीमित है.
अफ्रीकी जंगली हाथी (Loxodonta cyclotis) पश्चिम और मध्य अफ्रीका के उष्ण कटिबंधीय जंगलों में पाए जाते हैं, जहां वे विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों का भोजन करते हैं और अपनी स्किन के लिए मडबाथ (कीचड़ स्नान) का आनंद लेते हैं. वनतारा में विशाल और समृद्ध बाड़े हैं, जिनमें स्थानीय पौधे, कीचड़ के तालाब और प्राकृतिक भोजन शामिल है. लिहाजा, अचटाम, कानी और मीना को उनके प्राकृतिक आवास के करीब एक नया जीवन प्रदान किया जाएगा. वनतारा की टीम हाथियों की शारीरिक, मानसिक और उन्हें जंगली आवास के जैसा ही माहौल उपलब्ध कराने के लिए समर्पित है.