
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने YSRCP प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की तुलना पाब्लो एस्कोबार से की है. पाब्लो एस्कोबार कोलंबिया का ड्रग माफिया था.
चंद्रबाबू नायडू ने कानून-व्यवस्था और मारिजुआना (गांजे) पर एक व्हाइट पेपर जारी करते हुए दावा किया कि उन्होंने ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी, जैसी रेड्डी के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए रही.
नायडू ने ड्रग्स के खतरे पर बात करते हुए विधानसभा में कहा कि आंध्र में जो हुआ, उससे केवल एक ही व्यक्ति की तुलना की जा सकती है और वो है पाब्लो एस्कोबार. सीएम नायडू ने कहा कि पाब्लो एस्कोबार एक ड्रग माफिया था, जिसने अवैध रूप से अरबों डॉलर की ड्रग्स बेची और उसका विरोध करने वाले नेताओं और लोगों की हत्या कर दी गई.
एस्कोबार को 'नार्को-टेररिस्ट' बताते हुए नायडू ने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी की सरकार में आंध्र में भी ऐसे ही हालात थे, तब गांजा खुलेआम बिका करता था. उन्होंने आरोप लगाया कि 2019 से 2024 के बीच आंध्र 'गांजा कैपिटल' के रूप में उभरा. नायडू ने इस दौरान ड्रग्स पर नकेल कसने की कसम भी खाई.
कौन था पाब्लो एस्कोबार?
पाब्लो एस्कोबार को दुनिया का सबसे बड़ा ड्रग माफिया माना जाता है. वो कोलंबिया का राष्ट्रपति बनना चाहता था. उसने 1970 के दशक में ड्रग्स की दुनिया में कदम रखा था और देखते ही देखते बड़ा ड्रग माफिया बन गया. उसे 'कोकीन किंग' भी कहा जाता था.
एस्कोबार उस वक्त दुनिया का सबसे अमीर ड्रग माफिया था. उसके पास तब 30 अरब डॉलर से ज्यादा की रकम थी. माना जाता है कि उसके पास इतना कैश था कि उसे चूहे भी खा जाते थे. बताया जाता है कि उसने अपने लिए खुद से एक जेल बनवाई थी, जहां पुलिस की एंट्री पर रोक थी.
उसे 1976 में गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन वो छूट गया था. बाद में उसने राजनीति में भी कदम रखा. 1993 में जब पाब्लो एस्कोबार 44 साल का था, तब पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया था.