
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को तिरुपति में हुई भगदड़ की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. इस भगदड़ में छह लोगों की मौत हो गई थी और करीब 40 लोग घायल हो गए थे. नायडू ने तिरुपति में हुई भगदड़ की घटना में श्रद्धालुओं की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि श्रद्धालुओं को परेशानी मुक्त वैकुंठ द्वार दर्शन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएंगे.
गुरुवार शाम को यहां मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि वैकुंठ द्वार दर्शन टोकन के लिए कतार में इंतजार करते समय तिरुपति के पास हुई भगदड़ में छह श्रद्धालुओं की मौत ने उन्हें बहुत स्तब्ध और परेशान कर दिया है. उन्होंने कहा कि वे अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे रहे हैं कि वे ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए कदम उठाएं.
दुर्घटना स्थल का दौरा करने तथा एसवीआईएमएस और पद्मावती अस्पताल में उपचाराधीन घायलों से मिलने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए चंद्रबाबू नायडू ने स्पष्ट किया कि भगवान वेंकटेश्वर के भक्त तथा राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में तिरुमाला की पवित्रता को बनाए रखना उनका परम कर्तव्य है. पूरी घटना की न्यायिक जांच के आदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि घटना में घायलों को सर्वोत्तम संभव उपचार दिया जाए.
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आर्थिक मदद का किया ऐलान
तिरुमाला हिल्स पर हुई इस दुखद घटना से खुद को बहुत दुखी बताते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि मृतक परिवार के सदस्य के एक व्यक्ति को अनुबंध पर नौकरी दी जाएगी.सीएम ने कहा कि भगदड़ में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को पांच-पांच लाख रुपये दिए जाएंगे और उनके इलाज का खर्च सरकार उठाएगी. उन्होंने कहा कि इस घटना में 33 अन्य लोग घायल हुए हैं और उन्हें दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी.
दो अफसरों को किया सस्पेंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को ऐसे समय में अधिक सतर्क रहना चाहिए, लेकिन कुछ अधिकारी बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना तरीके से काम कर रहे हैं. दो अधिकारियों को निलंबित करने का ऐलान करते हुए सीएम ने कहा, "हम डीएसपी रमण कुमार और गोशाला के निदेशक हरिनाथ रेड्डी को निलंबित कर रहे हैं. पुलिस अधीक्षक सुब्बारायडू, संयुक्त कार्यकारी अधिकारी (जेईओ) गौतम और मुख्य सुरक्षा अधिकारी श्रीधर का तबादला किया जा रहा है. हम पूरी घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे रहे हैं."
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पिछले पांच वर्षों में तिरुमाला पहाड़ियों पर कई अत्याचारों पर खेद व्यक्त करते हुए चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वह अभी राजनीति पर बात नहीं करना चाहते हैं. चंद्रबाबू नायडू ने कहा, "चाहे मैं सत्ता में रहूं या सत्ता से बाहर, जब भी मैं तिरुमाला जाता हूं तो मुझे हमेशा ऐसा लगता है कि मैं भगवान का एक साधारण भक्त हूं।"