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HMPV वायरस का एक और केस मिला, अब पुडुचेरी में 5 साल की बच्ची संक्रमित

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस का एक और केस सामने आया है. अब पुडुचेरी में 5 साल की बच्ची संक्रमित मिली है. बताया जा रहा है कि पुडुचेरी के जेआईपीएमईआर में 5 साल की एक बच्ची में बुखार, खांसी और नाक बहने के लक्षणों के बाद उसकी जांच की गई. जांच में बच्ची ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) से संक्रमित पाई गई.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 12:38 PM IST

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस का एक और केस सामने आया है. अब पुडुचेरी में 5 साल की बच्ची संक्रमित मिली है. बताया जा रहा है कि पुडुचेरी के जेआईपीएमईआर में 5 साल की एक बच्ची में बुखार, खांसी और नाक बहने के लक्षणों के बाद उसकी जांच की गई.

जांच में बच्ची ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) से संक्रमित पाई गई. डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची ठीक हो रही है और अस्पताल में उसकी बारीकी से निगरानी की जा रही है. अस्पताल ने पुष्टि की है कि बच्ची और उसके आसपास के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी एहतियाती बरते जा रहे हैं.

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वायरस की जद में कई देश

बता दें कि भारत में धीरे-धीरे HMPV वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. पुडुचेरी में मिले केस से पहले 10 जनवरी तक देश में इस वायरस के 12 मामले सामने आए थे. चीन से शुरू हुए इस वायरस की जद में अब आसपास के कई देश भी आ गए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन दावे कर रहा है कि इस समय अस्पतालों में जो मरीज भर्ती हैं, वे सामान्य फ्लू से जूझ रहे हैं. सामान्य फ्लू और एचएमपीवी के लक्षण लगभग एक जैसे ही होते हैं. ऐसे में चीन को लेकर भ्रम भी फैलाया जा रहा है.

पहली बार 2001 में सामने आया HMPV

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, HMPV कोई नया वायरस नहीं है. इसकी पहचान पहली बार साल 2001 में हुई थी और यह सालों से दुनिया भर में फैल रहा है. एक्सपर्ट्स ने कहा कि HMPV के लिए शायद ही कभी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ती है. इसलिए यह ज्यादा चिंताजनक नहीं है.

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सामान्य जुकाम और फ्लू जैसे लक्षण

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस या HMPV एक श्वसन वायरस है जो मानव फेफड़ों और श्वसन नली में इंफेक्शन पैदा करता है. यह सामान्य तौर पर ऐसी स्थितियां पैदा करती है जो सामान्य सर्दी या फ्लू में होता है. पहले से ऐसी बीमारियों या एलर्जी से ग्रस्त लोगों में इस वायरस का संक्रमण आम बात है.

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