
प्रज्वल रेवन्ना यौन शोषण मामले में अब एक नया ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद इस केस में ट्विस्ट आ गया है. वायरल ऑडियो में कांग्रेस के पूर्व सांसद एल.आर. शिवराम गौड़ा कथित तौर पर भाजपा नेता देवराजे गौड़ा को हासन सांसद से जुड़े अश्लील वीडियो वाली पेन ड्राइव वितरित करने के लिए मनाने की कोशिश करते हुए सुने जा रहे हैं. आजतक इस ऑडियो क्लिप की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है. यह ऑडियो टेप लीक होने के बाद जेडीएस ने फ्रीडम पार्क में डीके शिवकुमार और पूर्व सांसद शिवराम गौड़ा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और उनके पुतले जलाए.
ऑडियो में कांग्रेस नेता शिवराम गौड़ा बीजेपी नेता देवराजे से कहते हैं, 'आप बोलो कि कुमारस्वामी ने ही इन्हें (प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो और तस्वीरों वाली पेन ड्राइव) लीक किया होगा. आप कह दो कि कुमारस्वामी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह अपने बेटे का भविष्य सुरक्षित करना चाहते थे. देवेगौड़ा और उनके बेटों को किसी से कम मत समझिए. मेरी डीके शिवकुमार से बात हुई है. उन्होंने सभी सबूत पेश करने को कहा और कहा कि हमें चिंता नहीं करनी चाहिए. सरकार ने रेवन्ना परिवार को फंसाने का फैसला किया है. क्या आप समझ रहे हो? पेनड्राइव देने में क्या गलत है? चिंता मत करिए, आप तो वकील हैं न.'
कांग्रेस नेता शिवराम गौड़ा की बातें सुनने के बाद बीजेपी नेता देवराजे गौड़ा उनसे पूछते हैं: 'क्या यह महिलाओं की मर्यादा का मामला नहीं है? तो फिर इस मामले में कानून का क्या होगा? इस पर शिवराम गौड़ा कहते हैं: 'आप इसकी चिंता क्यों करते हैं? अमित शाह ने खुद कहा कि कर्नाटक महिलाओं के लिए सुरक्षित जगह नहीं है.'
एक अन्य वायरल ऑडियो क्लिप वायरल है जिसमें हुई बातचीत कथित तौर पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, कांग्रेस नेता शिवराम गौड़ा और बीजेपी नेता देवराजे गौड़ा के बीच की बताई जा रही है. इस ऑडियो क्लिप में हुई बातचीत निम्नलिखित है...
कांग्रेस के पूर्व सांसद शिवराम गौड़ा बीजेपी नेता देवराजे गौड़ा से पूछते हैं: अब आप कहां रहते हैं?
देवराज गौड़ा: मैं होसकोटे के पास बोम्मनहल्ली में रहता हूं.
शिवराम गौड़ा: आपको सदाशिवनगर पहुंचने में कितना समय लगेगा?
देवराज गौड़ा: मुझे लगभग डेढ़ से 2 घंटे लगेंगे.
शिवराम गौड़ा: आप शहर से इतनी दूर क्यों रहते हैं?
देवराज गौड़ा: मैं शहर के बाहरी इलाके में रहना चाहता था, इसलिए यहां एक अपार्टमेंट खरीदा है.
शिवराम गौड़ा: मैं डीके शिवकुमार को फोन दे रहा हूं. उन्हें सब कुछ विस्तार से बताओ, चिंता मत करो. हम ध्यान रखेंगे. बताएं कि आप किस घटनाक्रम के बारे में जानते हैं.
फिर फोन पर डीके शिवकुमार आते हैं...
डीके शिवकुमार: हेलो... देवराज गौड़ा.
देवराज गौड़ा: हेलो ब्रदर.
डीके शिवकुमार: मुझे बताइए क्या मामला है?
देवराज गौड़ा: स्थिति ये है कि परिवार कल हाईकोर्ट में मामले पर स्थगन आदेश ला सकता है. क्योंकि सही तरीके से, उचित शिकायत दर्ज नहीं की गई है. घटना छह महीने बाद रिपोर्ट होती है तो इसके पीछे वैध कारण बताना होता है. लेकिन महिला ने जो शिकायत दर्ज कराई है, वह घटना 9 साल पहले की है. उनके लिए इस केस से बचने का यह आधार बन सकता है. अगर एसआईटी अदालत में जाती है और पीड़ितों को पेश करती है, और बलात्कार का आरोप लगता है, तो यह एक गंभीर अपराध का मुद्दा बनेगा.
डीके शिवकुमार: सही है, आप सही कह रहे हैं.
देवराज गौड़ा: लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. अब जज के सामने दोबारा बयान दर्ज कराना होगा. इसे गोपनीय रूप से जज के सामने पेश किया जाना चाहिए. लेकिन वे (रेवन्ना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली महिलाएं) इसके लिए दृढ़ नहीं है.
डीके शिवकुमार: रुको यार, कम से कम हमें कोई तो मिला जो बात करने को तैयार है.
देवराज गौड़ा: आपकी बात सही है. लेकिन उन्हें दृढ़ रहना होगा.
डीके शिवकुमार: ठीक है, हम इस मामले को देखेंगे. लेकिन क्या इस मामले में कोई और ठोस सबूत है?
देवराज गौड़ा: नहीं.