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अनु भाई की जीवनभर की तपस्या सफल, राम मंदिर निर्माण के लिए लाए गए पहले पत्थरों की खेप उन्होंने ही तराशी

गुजरात के अनु भाई सोमपुरा की निगरानी में ही अयोध्या में पहली बार मंदिर निर्माण के लिए पत्थर आया था और पत्थरों को तराशने का काम शुरू हुआ था. वह अपने भाई और बड़े बेटे के साथ अयोध्या आए थे और फिर यहीं के होकर रह गए. तराशे गए पत्थर लोगों की श्रद्धा का केंद्र है. मगर, अनु भाई सोमपुरा के लिए जीवन भर की तपस्या है.

अनु भाई सोमपुरा अपने बड़े भाई और बड़े बेटे के साथ आए थे अयोध्या. अनु भाई सोमपुरा अपने बड़े भाई और बड़े बेटे के साथ आए थे अयोध्या.
संतोष शर्मा
  • अयोध्या,
  • 23 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 11:49 PM IST

अयोध्या में आखिरकार भगवान राम का मंदिर बनकर तैयार है. प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आ रही है. लेकिन इस तारीख के लिए तमाम लोगों ने अपनी पूरी जिंदगी खपा दी. उन्हीं लोगों में से एक हैं गुजरात के अनु भाई सोमपुरा, जिनकी निगरानी में ही अयोध्या में पहली बार मंदिर निर्माण के लिए पत्थर आया था और पत्थरों को तराशने का काम शुरू हुआ था. 

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अनु भाई सोमपुरा कहते हैं वह अपने भाई और बड़े बेटे के साथ अयोध्या आए थे. शुरुआत में पत्थर तराशने वाले कारीगरों से चलने को कहा, तो अयोध्या में अशांति के चलते उन लोगों ने आने से मना कर दिया था. मगर, अनु भाई अपने भाई और बेटे के साथ अयोध्या आए, तो यहीं के ही होकर रह गए. 

राम मंदिर निर्माण के लिए मिर्जापुर, राजस्थान और जयपुर के कलाकारों की मदद से तराशे गए पत्थर लोगों की श्रद्धा का केंद्र है. मगर, अनु भाई सोमपुरा के लिए जीवन भर की तपस्या है. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा करेंगे, तो उसकी नींव में 1990 में आए पत्थरों की वह पहली लॉट लगी होगी, जो अनु भाई के आंखों के सामने आई थी. 

30 दिसंबर तक काम पूरा करने की मिली है डेडलाइन

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इस समय अयोध्या में प्रभु श्री रामलला का गर्भ गृह स्थान लगभग तैयार हो गया है. लाइटिंग-फिटिंग का काम भी पूरा कर लिया गया है. श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़े चंपत राय ने कुछ दिन पहले बताया था कि अभी के लिए भूतल और पहली मंजिल का काम पूरा करने के लिए 30 दिसंबर डेडलाइन फिक्स की गई है. इसी डेडलाइन में काम पूरा करना है. यानी 7 दिन में फिनिशिंग से लेकर बाकी सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे.

प्राण-प्रतिष्ठा के लिए मिलेगा महज 84 सेकंड का मुहूर्त 

22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त मिलेगा. इसमें रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी. राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए देश भर के विद्वानों और चोटी के ज्योतिषाचार्य से प्राण प्रतिष्ठा के समय को निर्धारित करने के लिए कहा था. काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने जो मुहूर्त चुना उसे सबसे सटीक मानकर उसे बहुत में रामलला की स्थापना की जाएगी, जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा.

अयोध्या बनेगा छावनी, एआई बेस्ड कैमरों से होगी निगरानी  

प्राण प्रतिष्ठा समारोह से ठीक पहले अयोध्या का चप्पा-चप्पा सुरक्षा के घेरे में लाया जा रहा है. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर योगी सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था का पूरा खाका तैयार किया है. सीआरपीएफ, यूपीएसएसएफ, पीएसी और सिविल पुलिस चप्पे-चप्पे पर मौजूद रहेगी. एआई बेस्ड सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी. 

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होटलों की प्री बुकिंग कैंसिल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की बीते गुरुवार को समीक्षा की थी. इस दौरान उन्होंने प्रशासन को किसी भी समस्या से बचने के लिए होटलों की सभी अग्रिम बुकिंग रद्द करने का निर्देश दिया था. यहां 22 जनवरी को राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में बड़ी संख्या में विशेष आमंत्रित लोगों के ही ठहरने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है. 

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