
दिल्ली में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इशारों में पाकिस्तान को कड़ा और सख्त संदेश दिया है. राजनाथ ने भारत के विजन को एक बार फिर स्पष्ट किया और पूरी दुनिया को संदेश दिया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार का आतंकवादी कृत्य या किसी भी रूप में इसका समर्थन मानवता के खिलाफ एक बड़ा अपराध है और शांति और समृद्धि इस खतरे के साथ नहीं रह सकती है.
राजनाथ ने आगे कहा- यदि कोई राष्ट्र आतंकवादियों को पनाह देता है, तो वह ना केवल दूसरों के लिए बल्कि स्वयं के लिए भी खतरा पैदा करता है. युवाओं का कट्टरवाद ना केवल सुरक्षा की दृष्टि से चिंता का विषय है, बल्कि यह समाज की सामाजिक-आर्थिक प्रगति के मार्ग में भी एक बड़ी बाधा है. रक्षा मंत्री ने कहा- भारत क्षेत्रीय सहयोग के एक मजबूत ढांचे की कल्पना करता है जो सभी सदस्य देशों के वैध हितों का ध्यान रखते हुए उनकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का परस्पर सम्मान करता है.
गलवान झड़प के बाद पहली बार राजनाथ सिंह ने चीनी रक्षा मंत्री से की बातचीत
चीनी रक्षा मंत्री से मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा
इससे पहले राजनाथ सिंह ने अपने चीनी समकक्ष जनरल ली शांगफू से मुलाकात की थी. शुक्रवार को जारी चीनी रक्षा मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने सेनाओं और द्विपक्षीय संबंधों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. चीन के रक्षा मंत्री ने अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से कहा कि उम्मीद है कि दोनों पक्ष दोनों सेनाओं के बीच आपसी विश्वास को लगातार बढ़ाने के लिए मिलकर काम करेंगे.
एक दिन पहले भारत ने चीन को दिया था सख्त संदेश
चीनी रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू का बयान उनके भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह के साथ बैठक के एक दिन बाद आया, जहां राजनाथ सिंह ने दोहराया कि मौजूदा समझौतों के उल्लंघन ने द्विपक्षीय संबंधों के पूरे आधार को खत्म कर दिया है. सीमा पर पीछे हटने का तार्किक रूप से डी-एस्केलेशन के साथ पालन किया जाएगा. राजनाथ सिंह ने स्पष्ट रूप से अवगत कराया कि भारत और चीन के बीच संबंधों का विकास सीमाओं पर शांति पर आधारित है. एलएसी पर सभी मुद्दों को मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रतिबद्धताओं के अनुसार हल करने की आवश्यकता है.
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राजनाथ ने रूसी समकक्ष के साथ बातचीत की
शुक्रवार को राजनाथ सिंह ने दिल्ली में एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक के मौके पर अपने बेलारूसी समकक्ष लेफ्टिनेंट जनरल विक्टर ख्रेनिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की. राजनाथ ने रूसी समकक्ष के साथ 'मेक इन इंडिया' में मास्को की भागीदारी बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की.