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लॉरेंस और गोल्डी गैंग से निज्जर गैंग तक कैसे पहुंचा अर्श डाला, क्या है खालिस्तान टाइगर फोर्स जिसका निज्जर की मौत के बाद बना उत्तराधिकारी

अर्श डाला एनआईए, दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में सबसे उपर है. जिस तरह लॉरेंस बिश्नोई के पास दुनियाभर में 700 से भी ज्यादा शूटर हैं. ठीक उसी तरह अर्श डाला के पास भी 700 के करीब शूटर्स हैं, जो हिंदुस्तान में सक्रिय हैं.

Arsh Dala (File Photo) Arsh Dala (File Photo)
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 11 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:39 PM IST

भारत के मोस्ट वांटेड भगोड़े खालिस्तानी आतंकी और गैंगस्टर अर्श डाला (अर्शदीप सिंह डाला) को कनाडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पिछले 4 साल से अपनी पत्नी के साथ कनाडा में रह रहे अर्श डाला पर भारत में कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप है. अर्श डाला भारत के दुश्मन यानी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISIS के लिये भी काम करता है. अर्शदीप डाला को कनाडा में कुछ समय पहले मारे गए हरदीप सिंह निज्जर का राइट हैंड माना जाता था. निज्जर की हत्या के बाद अर्श डाला ही आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स को लीड कर रहा है. 

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अर्श डाला एनआईए, दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में सबसे उपर है. जिस तरह लॉरेंस बिश्नोई के पास दुनियाभर में 700 से भी ज्यादा शूटर हैं. ठीक उसी तरह अर्श डाला के पास भी 700 के करीब शूटर्स हैं, जो हिंदुस्तान में सक्रिय हैं. अर्श डाला की गिरफ्तारी के बाद यह सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर पंजाब के डाला गांव से निकलकर उसने जुर्म की दुनिया में इतना बड़ा साम्राज्य कैसे खड़ा कर दिया. बता दें कि खालिस्तानी आतंकियों के साथ काम करने वाला अर्श डाला कभी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की गैंग का मेंबर हुआ करता था.

कैसे जुर्म की दुनिया में पहुंचा अर्श डाला

अर्श डाला के गांव का नाम डाला है, जो पंजाब के मोगा जिले में पड़ता है. जांच एजेंसियों के मुताबिक अर्श डाला ने बालिग होने से पहले ही अपराध को अंजाम देना शुरू कर दिया था. शुरुआत में अर्शदीप चोरी जैसी छोटी-मोटी घटनाओं को अंजाम देता रहा. इसके बाद उसने रंगदारी मांगने और जानलेवा हमले की धमकी देना शुरू कर दिया. इसके बाद साल 2018 आने तक अर्श डाला ने अपराध जगत में सक्रियता बढ़ा दी और उसका नाम किडनैपिंग और मर्डर जैसे संगीन जुर्म में भी नाम आने लगा. इस बीच उसका संपर्क कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से हो गया, जिसके इशारे पर उसने पंजाब में अपराध को अंजाम देना शुरू कर दिया. अपराध की वारदातों को अंजाम देते अर्शडाला पर इस दौरान खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की नजर पड़ गई.

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क्लॉथ स्टोर के मालिक की हत्या ममें शामिल

साल 2021 में अर्श डाला हरदीप सिंह निज्जर के साथ खालिस्तानी टाइगर फोर्स (KTF) मॉड्यूल का सदस्य बन गया. उसी साल जुलाई में निज्जर के इशारे पर मोगा स्थित सनशाइन क्लॉथ स्टोर के मालिक तेजिंदर उर्फ पिंका की हत्या कर दी गई. बरगारी बेअदबी के आरोपी शक्ति सिंह के अपहरण और हत्या का प्रयास किया. लेकिन जिस शूटर भोला सिंह को भेजा गया, वो वारदात को अंजाम देने से पहले ही पुलिस की पकड़ में आ गया.

बिश्नोई और डाला ग्रुप के बीच गैंगवार

कनाडा में आतंकी अर्श डाला की गिरफ्तारी की खबर पर खुफिया एजेंसियों की भी नजर है. हालांकि, कनाडा पुलिस ने भारतीय खुफिया एजेंसियों को अर्श डाला की गिरफ्तारी की अब तक कोई जानकारी नहीं दी है. हरदीप निज्जर के साथ मिलकर अर्श डाला ने अपने स्लीपर सेल के नेटवर्क से पंजाब में कई टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम दिलवाया. कनाडा में अर्श डाला और लारेंस बिश्नोई गैंग के बीच भी गैंगवॉर होता रहता है.

पाकिस्तान से कराता है ड्रोन की तस्करी

साल 2023 में लारेंस बिश्नोई गैंग ने अर्श डाला के बेहद करीबी सुखदुल उर्फ सुक्खा दुनिके को कनाडा के विनिपेग सिटी में घर में घुसकर गोलियां मारी थीं. NIA की चार्जशीट के मुताबिक अर्श डाला कनाडा में बैठे गैंगस्टर गौरव पटियाल उर्फ सौरव ठाकुर के साथ मिलकर टेरर-गैंगस्टर का नेटवर्क चलाता है. अर्श डाला का नेटवर्क, कनाडा, अमेरिका, दुबई, यूरोप, फिलीपींस, थाईलैंड, मिडिल ईस्ट तक फैला हुआ है. अर्श डाला पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब में हथियारों की तस्करी करवाता है.

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जगतार सिंह के बाद निज्जर बना KTF का चीफ

भारत में प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स का गठन जगतार सिंह उर्फ तारा ने 13 मार्च साल 2011 को किया था. जगतार सिंह तारा पहले बब्बर खालसा इंटरनेशनल नाम के आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ था. जगतार पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में शामिल था. उसकी गिरफ्तारी के बाद हरदीप निज्जर KTF का चीफ बन गया था. अर्श डाला ने हरदीप निज्जर के साथ मिलकर डेरा प्रेमी शक्ति सिंह की पंजाब में हत्या करवाई थी, जिसका खुलासा NIA ने किया था.

जहांगीरपुरी में कराई थी हिंदू लड़के की हत्या

अर्श डाला ने साल 2022 में निज्जर के साथ मिलकर डेरा सच्चा के सदस्य मनोहर लाल की हत्या करवाई थी. अर्श डाला ने साल 2024 में पंजाब में कांग्रेस नेता की टारगेट किलिंग कराई थी और सोशल मीडिया पर हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी. अर्श डाला ने 6 नवंबर 2024 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जसवंत सिंह गिल की हत्या कराई थी. पंजाब में सिख कार्यकर्ता गुरुप्रीत सिंह हरि की हत्या भी उसने ही कराई. अर्श डाला आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर भी आतंकी वारदातों को अंजाम दे चुका है. पाकिस्तान में मौजूद लश्कर के आतंकी के साथ गठजोड़ करके अर्श डाला ने दिल्ली के जहांगीरपुरी में हिन्दू लड़के की हत्या कराई थी. अर्श डाला को उसके स्लीपर सेल के नेटवर्क ने गला काटते हुए का वीडियो भी भेजा था.

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पंजाब-हरियाणा से करता है नौजवानों को रिक्रूट

अर्श डाला कनाडा में पंजाब से फरार कई गैंगस्टरों के साथ रहता है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI उसकी मदद करती है. अर्श डाला सोशल मीडिया के जरिए पंजाब और हरियाणा के नौजवानों को रिक्रूट करता है और उसके बाद उनसे आतंकी वारदातों को अंजाम दिलाता है. अर्श डाला नौजवानों को विदेशों में सेटल करने का लालच भी देता है और उनको रिक्रूट करता है. अर्श डाला पर भारतीय खुफिया एजेंसियों के साथ साथ लारेंस बिश्नोई गैंग की नजर भी रहती है, क्योंकि अर्श डाला उस बम्बिहा गैंग से जुड़ा हुआ है, जो लारेंस बिश्नोई का एंटी गैंग है.

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