Advertisement

विपक्षी दलों की मीटिंग में बढ़ी तल्खी, क्या शिमला बैठक से पहले एक हो पाएंगे आप-कांग्रेस ?

आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच आपसी दूरियां बढ़ती ही जा रही हैं. दोनों ही दलों के नेताओं के द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ लगातार बयानबाजी जारी है. पटना में विपक्षी दलों की बैठक में ये दोनों पार्टी एकजुटता के लिए शामिल हुई थीं, लेकिन वहां से लौटकर इनकी आपसी तल्खी और बढ़ गई है. इस तल्खी के पीछे की वजह केंद्र की ओर से लाया गया अध्यादेश है.

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो) दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो)
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 26 जून 2023,
  • अपडेटेड 4:47 PM IST

विपक्ष की मेगा बैठक में मौजूदगी के बावजूद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक हो पाएंगे, ऐसा लग नहीं रहा है. दोनों दलों के बीच केंद्र के लाए गए अध्यादेश के कारण गतिरोध जारी है. अरविंद केजरीवाल की मांग ने मांग की थी कि कांग्रेस को बैठक में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस का नजरिया स्पष्ट न होने के चलते 'आप' ने कांग्रेस के  व्यवहार को 'संदिग्ध' बताया और संवाददाता सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया. इसके बाद दोनों दलों में तल्खी और बढ़ती दिख रही है. 

Advertisement

एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी जारी
दोनों ही दलों के नेताओं के द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ लगातार बयानबाजी जारी है और इसकी वजह से दोनों के बीच अविश्वास भी गहराता जा रहा है. पटना में विपक्ष की बैठक में AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित और अजय माकन का विशेष तौर पर जिक्र हुआ था. बैठक में मौजूद एक सूत्र ने इंडिया टुडे को बताया कि जब खड़गे ने आप की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ द्वारा राहुल गांधी पर किए गए अकारण हमले को उठाया, तो संजय सिंह ने संदीप दीक्षित के आप सीएम के खिलाफ एनआईए से जांच की मांग और माकन द्वारा लगातार किए जा रहे हमले का जिक्र करते हुए जवाब दिया. फिर खड़गे ने पूछा कि संसद में कांग्रेस ने आप का कब साथ नहीं दिया, संजय सिंह ने पूछा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान आप कब हमारे साथ नहीं आई?

Advertisement

ममता बनर्जी ने किया हस्तक्षेप
इस पर ममता बनर्जी ने हस्तक्षेप किया और दोनों को सुझाव दिया गया कि वे अतीत में न जाएं बल्कि आगे देखें. दोस्ताना भाव दिखाते हुए उन्होंने बैठक से इतर लालू प्रसाद यादव को साथ लेकर 'चाय और बिस्किट' पर मुद्दे सुलझाने की पेशकश भी की. पिछले हफ्ते प्रेस कॉन्फ्रेंस से आप के वॉकआउट के बाद बातचीत में रुकावट आ गई है और अब अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल के वॉकआउट का मकसद बताया है. 

अजय माकन ने की केजरीवाल की आलोचना
माकन ने दिल्ली सीएम की आलोचना करते हुए कहा, 'वह जेल जाने से डरते हैं, वह चाहते हैं कि उनके सहयोगियों को रिहा कर दिया जाए, एजेंसियां ​​उन पर शिकंजा कस रही हैं, इसलिए वह सिर्फ विपक्ष की निंदा करने के लिए इस तरह की दबाव वाली रणनीति अपना रहे हैं.' कांग्रेस की पंजाब और दिल्ली इकाइयां आप के साथ किसी भी गठबंधन के खिलाफ हैं. दिल्ली गठबंधन तब तक काफी व्यावहारिक था जब तक कि अध्यादेश पर दिल्ली में तीखी बहस के कारण हालात बदतर नहीं हो गए. वहीं, बता दें कि शिमला बैठक 13 और 14 जुलाई को होनी है और वहीं, केजरीवाल चाहते हैं कि कांग्रेस उनकी उपस्थिति की पूरी गारंटी दे, जब तक कि यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं होता, उनकी मौजूदगी पर अभी प्रश्नचिह्न है. 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement