
पिछले कई दिनों से डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर संसद से सड़क तक विवाद जारी है. सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है. इस बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखी है. केजरीवाल ने चिट्ठी में कहा कि लोगों को लगता है कि बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते. आप भी इस पर विचार करें.
केजरीवाल ने सोशल मीडिया पोस्ट में नीतीश और नायडू को संबोधित करते हुए कहा, "बीजेपी ने संसद में बाबा साहेब का अपमान किया है, लोगों को लगता है कि बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते. आप भी इस पर विचार करें."
'न केवल अपमान है, बल्कि...'
अरविंद केजरीवाल ने लिखा, "मैं आपको यह पत्र एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर लिख रहा हूं, जो न केवल हमारे संविंधान बल्कि बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिष्ठा से भी जुड़ा है. हाल ही में संसद में, देश के गृह मंत्री अमित शाह जी द्वारा बाबा साहेब के नाम पर की गई टिप्पणी ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है. उनका यह कहना कि आंबेडकर-आंबेडकर बोलना आज कल फैशन बन गया है, न केवल अपमानजनक है बल्कि बीजेपी की बाबा साहेब और हमारे संविधान के प्रति सोच को उजागर करता है."
उन्होंने आगे प्रधानमंत्री मोदी का भी जिक्र किया और कहा, "इससे (अमित शाह का बयान) देश भर में करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. ये बयान देने के बाद अमित शाह जी ने माफी मांगने की बजाय अपने बयान को उचित ठहराया. प्रधानमंत्री जी ने सार्वजनिक रूप से अमित शाह जी के बयान का समर्थन किया. इसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया."
'गहराई से विचार करें...'
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "बाबा साहेब एक नेता नहीं, बल्कि हमारे देश की आत्मा हैं. बीजेपी के इस बयान के बाद लोग चाहते हैं कि इस मसले पर आप भी गहराई से विचार करें."
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आंबेडकर मुद्दे पर अमित शाह की प्रेस कॉन्फ्रेंस
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को आंबेडकर मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को घेरा और कहा कि वह सपने में भी आंबेडकर का अपमान नहीं कर सकते. लोकसभा और राज्यसभा में संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर चर्चा का आयोजन हुआ. इसमें 75 साल की देश को गौरव यात्रा, विकास यात्रा और उपलब्धियों की चर्चा हुई. ये स्वाभाविक है कि संसद में पक्ष और विपक्ष होते हैं तो लोगों का अपना-अपना नजरिया होता है. लेकिन जब संसद में चर्चा होती है तो इसमें बातें तथ्यों और सच्चाई के साथ होनी चाहिए. लेकिन जिस तरह कल से कांग्रेस ने तथ्यों तो तोड़-मरोड़कर पेश किया है, इसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं.
गृह मंत्री ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्यों कि बीजेपी के वक्ताओं ने बताया कि कांग्रेस आंबेडकर विरोधी पार्टी है, संविधान विरोधी है. कांग्रेस ने सावरकर जी का अपमान किया. आपातकाल लागू करके कांग्रेस ने संविधान को रौंदा. कांग्रेस ने भारतीय सेनाओं का अपमान किया. कांग्रेस ने भारत की जमीन दे दी. जब संसद में यह बात साबित हो गई तो कांग्रेस ने झूठ फैलाना शुरू कर दिया. कांग्रेस पार्टी आंबेडकर विरोधी है. कांग्रेस पार्टी संविधान विरोधी है. कांग्रेस ने सेना के शहीदों का अपमान किया. कांग्रेस सावरकर विरोधी है. बाबा साहब के न रहने के बाद भी कांग्रेस ने कभी बाबा साहब को इज्जत नहीं दी. पंडित जी (नेहरू) की कितनी ही किताबों में लिखा है कि उन्होंने कभी बाबा साहब को सही जगह नहीं दी.