
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि हम देखते हैं कि एक बीजेपी सांसद संसद में एक मुस्लिम सांसद को गाली देता है. लोग कह रहे हैं कि उन्हें संसद में यह सब नहीं कहना चाहिए था, लेकिन वे कह रहे हैं कि उनकी जीभ खराब है. ये जनता के प्रतिनिधि हैं, जिसे आपने वोट दिया. ओवैसी ने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब देश की संसद में एक मुस्लिम की मॉब लिंचिंग होगी. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आपका 'सबका साथ, सबका विकास' कहां है? लेकिन अब प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलेंगे.
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी के एक सांसद मुस्लिम सांसद को सदन में गालियां देते हैं, उन्होंने कहा कि मेरी उम्र 10 साल की थी, हमारे घर के बाहर आरएसएस के लोग जब यात्रा निकालते तो कहते कब्रिस्तान या पाकिस्तान. ओवैसी ने कहा कि ये मैंने सुना अब मेरा बेटा भी सुन रहा है. मुझे लगा था कि शायद से सब मेरी जिंदगी में खत्म हो जाएगा, लेकिन अब इस तरह की बातें हमारे बच्चे सुन रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक दिन आएगा जब संसद में किसी मुसलमान की मॉब लिंचिंग होगी.
AIMIM प्रमुख ने कहा कि जब हिटलर की हुकूमत थी तब लिखा जाता था कि यहूदियों से बचकर रहो, ये जर्मनी के लिए खतरा हैं, अब यहूदी हटाकर मुस्लिम लिख दिया गया है. उन्होंने कहा कि क्या पीएम मोदी अपने सांसद की स्पीच को अरबी में ट्रांसलेट करके अरब के नेताओं को भेज सकते हैं.
ओवैसी ने पूछा- कब तक चलेगा नफरत का खेल?
ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों को मार दिया जाता है, लेकिन पीएम मोदी चुप रहते हैं. उन्होंने कहा कि अब ऐसा माहौल हो गया है कि मुसलमानों को गाली दो और सत्ता हासिल करो. उन्होंने पूछा कि नफरत का ये खेल कब तक चलेगा. ये नफरत खत्म नहीं हुई, और जो लोग नफरत की आग लगा रहे हैं, ये गलत है.
बिधूड़ी ने संसद में एक मिनट में दी थी 11 गालियां
21 सितंबर को नई संसद में विशेष सत्र का चौथा दिन था. लोकसभा में चर्चा का विषय चंद्रयान-3 मिशन की सफलता था. वक्त था रात के 10 बजकर 52 मिनट. स्पीकर के आसन पर उस वक्त केरल से कांग्रेस के सांसद के सुरेश बैठे थे. तभी 57 साल के दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी चंद्रयान की सफलता पर बोलना शुरु करते हैं. 107 सेकेंड तक तो रमेश बिधूड़ी चंद्रयान की सफलता पर बोले, फिर रमेश बिधूड़ी मर्यादा की कक्षा से भटक गए. लोकतंत्र के मंदिर में वह आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने लगे. बता दें कि रमेश बिधूड़ी ने एक मिनट तक लगातार 11 गालियां दी थी.