
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के एक बयान से विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल, उन्होंने हाल ही में कहा था, 'हम (मुस्लिम) चोरी, डकैती, रेप, लूट.. सभी अपराधों में नंबर-1 हैं. हम जेल जाने में भी नंबर-1 हैं.'
हालांकि, अब इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ऐसा बयान देने की वजह बताई है. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि, 'मैंने दुनियाभर में मुस्लिम समुदाय में शिक्षा की कमी देखी है. मुझे दुख होता है कि हमारे बच्चे पढ़ते नहीं है. वो हायर एजुकेशन के लिए नहीं जाते हैं, यहां तक कि मैट्रिक की पढ़ाई भी नहीं करते. पढ़ाई का महत्व समझाने के लिए मैंने ऐसा कहा था.'
उन्होंने आगे कहा, 'दूसरी तरफ लड़के कहते हैं कि लड़कियों को देखकर उनका खून खौल उठता है. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हमारा इस्लाम कहता है कि अगर हम बाजार में हैं तो हमारी नजरें झुकी होनी चाहिए. अगर हम लड़कियों को बुरी नजर से देखते हैं, तो उन्हें पता होना चाहिए कि उनके परिवार में मां-बहनें हैं. अगर आप इस बारे में सोचेंगे तो आपके दिमाग में कभी बुरे ख्याल नहीं आएंगे.'
अजमल ने क्या कहा था?
बदरुद्दीन ने 20 अक्टूबर को असम के गोलापारा जिले में एक कॉलेज की एल्यूमनाई मीटिंग को संबोधित करते हुए मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों में शिक्षा के अभाव पर चिंता जताई थी. उन्होंने मुस्लिमों में अशिक्षा को सीधे बढ़ते अपराधों से जोड़ दिया था.
उन्होंने कहा था कि चोरी, डकैती, रेप, लूट... हम सबमें नंबर-1 हैं. हम जेल जाने में भी नंबर-1 हैं. हमारे बच्चों के पास स्कूल-कॉलेज जाने का टाइम नहीं है, लेकिन जुआ खेलने और दूसरों को धोखा देने के लिए समय है. ऐसी सभी गलत चीजों के लिए खुद से पूछिए कि इन सबमें कौन शामिल है? ये मुसलमान हैं. और ये दुख की बात है.
उन्होंने कहा था कि लोग चांद-सूरज पर जा रहे हैं और हम जेल कैसे जाएं, इस पर पीएचडी कर रहे हैं. पुलिस स्टेशन जाइए और आपको पता चलेगा कि वहां कौन सबसे ज्यादा है- अब्दुर रहमान, अब्दुर रहीम, अब्दुल मजीद, बदरुद्दीन, सिराजुद्दीन, फखरुद्दीन...क्या ये दुख की बात नहीं है?
इससे पहले उन्होंने ये भी कहा था कि अगर पेट और जेब खाली हो तो प्यार भी अच्छा नहीं लगता है. एक भूखे आदमी से कोई कब तक प्यार करेगा?