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यूपी के बाद असम में शुरू होगा नाम बदलने का दौर! सीएम बोले- सुझाव के लिए शुरू करेंगे पोर्टल

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक ट्वीट कर कहा है कि एक नाम में बहुत कुछ है. किसी शहर, कस्बे या गांव का नाम ऐसा होना चाहिए जो उसकी संस्कृति, परंपरा और सभ्यता का प्रतिनिधित्व करता हो.

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 6:01 PM IST
  • असम के सीएम हिमंता बोले- एक नाम में बहुत कुछ है
  • संस्कृति, परंपरा का प्रतिनिधित्व करता हो नाम- हिमंता

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने कई शहरों के नाम बदले. मुगलसराय का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर कर दिया गया तो इलाहाबाद का नाम प्रयागराज. यूपी में जारी चुनाव के बीच मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी होशंगाबाद का नाम बदलने का ऐलान किया था.

यूपी और मध्य प्रदेश के बाद अब असम में नाम बदले जाने का दौर शुरू हो सकता है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक ट्वीट कर कहा है कि एक नाम में बहुत कुछ है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि किसी शहर, कस्बे या गांव का नाम ऐसा होना चाहिए जो उसकी संस्कृति, परंपरा और सभ्यता का प्रतिनिधित्व करता हो.

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हिमंता बिस्वा सरमा ने अपने ट्वीट में आगे ये भी कहा है कि हम एक पोर्टल लॉन्च कर पूरे असम में नाम बदलने को लेकर सुझाव आमंत्रित करेंगे. उन्होंने कहा कि हम ऐसे नाम बदलने को लेकर सुझाव आमंत्रित करेंगे जो हमारी सभ्यता और संस्कृति के विपरीत हैं. ऐसे नाम जो किसी भी जाति या समुदाय के लिए अपमानजनक हैं, उन्हें बदले जाने को लेकर पोर्टल पर लोग सुझाव दे सकेंगे.

बता दें कि हिमंता बिस्वा सरमा ने एक दिन पहले गुवाहाटी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भी नाम परिवर्तन के संकेत दिए थे. हिमंता बिस्वा सरमा ने कामाख्या मंदिर वाले इलाके के नाम का उल्लेख भी किया था जिसे काला पहाड़ कहा जाता है.

 

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