
बाल विवाह को लेकर असम में इस वक्त हंगामा छिड़ा हुआ है. सरकार चाइल्ड मैरिज करने और कराने वाले दोनों के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है. राज्य में अब तक 4074 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. इतना ही नहीं 2441 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस की कार्रवाई के डर से सैकड़ों शादियां या तो रद्द हो चुकी हैं, या स्थगित कर दी गई हैं. असम के कुछ इलाकों में पुलिस की कार्रवाई का विरोध भी शुरू हो गया है.
पुलिस के इस एक्शन के खिलाफ ही असम में एक नाबालिग लड़की ने सुसाइड कर लिया. वहीं, एक महिला ने अपने पति और पिता की गिरफ्तारी के बाद आत्महत्या करने की धमकी दी है. सुसाइड करने वाली लड़की असम के कछार जिले की रहने वाली थी. दरअसल, 17 साल की लड़की एक लड़के से प्यार करती थी. लड़की के माता-पिता उसकी शादी कराने के लिए भी तैयार थे, लेकिन बाल विवाह को लेकर असम पुलिस की कार्रवाई के बाद वह पीछे हट गए. परिजनों के इस कदम से दुखी होकर लड़की ने 5 फरवरी को आत्महत्या कर ली. लड़की कछार जिले की राजनगर ग्राम पंचायत के खासपुर गांव की रहने वाली थी.
इस तरह 23 साल की एक महिला ने अपने पिता और पति की गिरफ्तारी के बाद असम सरकार को सुसाइड करने की धमकी दी है. महिला अफरोजा खातून धुबरी जिले की रहने वाली है. अफरोजा का दावा है कि उसकी शादी 19 साल की उम्र में साल 2018 में हुई, उसका जन्म 1999 में हुआ था और वह बालिग है. पिता और पति की गिरफ्तारी के बाद वह थाने पहुंची और धमकी दी. उसने कहा कि अगर उसके पति और पिता को रिहा नहीं किया गया तो वह भी जिंदा नहीं रहेगी. हंगामा करते हुए उसने पूछा कि उसके पति को क्यों पकड़ा गया है? सीएम हेमंत बिस्वा शर्मा को ऐसा करने का अधिकार किसने दिया? महिला ने कोर्ट परिसर में खुदकुशी करने की धमकी दी है. जब अफरोजा के पिता और पति को कोर्ट ले जाया जा रहा था तो वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी.
बता दें कि असम सरकार ने बाल विवाह के खिलाफ जोरदार अभियान चला रखा है. सबसे ज्यादा 139 गिरफ्तारियां बिश्वनाथ जिले में हुई हैं. यहां 97 मामले दर्ज किए गए हैं. इसके बाद कार्रवाई के मामले में दूसरे नंबर पर बारपेटा जिला है. यहां 128 गिरफ्तारियां हुई हैं, जबकि 81 मामले दर्ज किए गए हैं. तीसरे नंबर असम का धुबरी जिला है. यहां 127 लोग अरेस्ट हुए हैं. जिले में बाल विवाह के खिलाफ 374 मामले दर्ज किए गए हैं.
नाबालिग लड़कों को सुधार गृह भेजा जा रहा
असम पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी शादी को अवैध घोषित कर रही है. इतना ही नहीं अगर दूल्हे की उम्र 14 साल से कम है, तो उसे सुधार ग्रह भेजा जा रहा है.
(इनपुट: मेहताब उद्दीन अहमद)