
असम में बाढ़-बारिश से हालात अब भी गंभीर बने हुए हैं. अब तक राज्य के 32 जिलों में 47 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की जद में आ चुके हैं. 80 लोगों की मौत हो चुकी है. हजारों घर बाढ़ में डूब चुके हैं. एक लाख से ज्यादा लोगों को रिलीफ कैंप में भेजा जा चुका है.
हालात को देखते हुए एनडीआरएफ के साथ-साथ भारतीय सेना भी राहत और रेस्क्यू के काम में जुटी हुई है. आर्मी की 14 टीमें इस काम में जुटी हुई हैं. पिछले कुछ दिनों में आर्मी 4500 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर चुकी है. इंडियन आर्मी के जवान नाव के जरिए बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में जुटे हुए हैं.
बाढ़ में फंसे लोगों की मुख्य समस्या पीने का पानी है. सरकार की ओर से पानी और भोजन दिया जा रहा है. लेकिन बहुत सारे ऐसे इलाके हैं, जहां तक सरकारी मदद नहीं पहुंच पा रही है.
पिछले 2 दिनों से बारिश कम हुई है, लेकिन बाढ़ का पानी अब असम के ऊपरी भाग से राज्य के निचले इलाकों की तरफ बढ़ रहा है. मध्य और निचले असम में हालात अभी भी गंभीर बने हुए हैं. बराक वैली में भी बाढ़ के चलते हालात नाजुक बने हुए हैं. बराक घाटी के कई इलाके रेल और सड़क मार्ग से कट चुके हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक अभी भी बारिश का अनुमान है. पिछले कई दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से फोन पर बात कर हालात का जायजा लेते रहे हैं. उन्होंने सरमा को हर संभव मदद का भरोसा भी दिया है.
किस जिले में कितना नुकसान?
असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (ASDMA) के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 11 लोगों की मौत हुई और कई लापता हो गए हैं. कछार जिले में 2 लाख से ज्यादा, करीमगंज में 1.33 लाख लोग, बारपेटा जिले में सबसे ज्यादा 12.30 लाख, दरांग जिले में 4.69 लाख तो बजलि में 3.38 लाख प्रभावित हुए हैं.
फसलों से लेकर जानवर तक सब पर असर
1.13 लाख हेक्टेयर भूमि में फसल को नुकसान पहुंचा है. बाढ़ से 33.84 लाख जानवरों पर असर हुआ है. 27 हजार से ज्यादा जानवरों को बचाया गया है. 5 हजार से ज्यादा जानवर बह गए हैं.