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असम-मिजोरम सीमा विवादः दोनों राज्यों में जल्द होगी सुलह! हिमंता के मंत्री बोले- हम भाई हैं

असम और मिजोरम के बीच हफ्तेभर से जारी तनाव अब थोड़ा शांत पड़ता दिखाई दे रहा है. असम पुलिस के खिलाफ मिजोरम सरकार ने केस वापस लिया है, जिसके बाद असम सरकार ने भी मिजोरम पुलिस पर दर्ज केस को रद्द करने का फैसला लिया है.

असम-मिजोरम सीमा पर 26 जुलाई को हिंसा हुई थी (फाइल फोटो-PTI) असम-मिजोरम सीमा पर 26 जुलाई को हिंसा हुई थी (फाइल फोटो-PTI)
aajtak.in
  • गुवाहाटी,
  • 03 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 8:45 AM IST
  • असम-मिजोरम में जल्द होगी सुलह!
  • असम के मंत्री पीयूष हजारिका का बयान

असम और मिजोरम में सीमा विवाद को लेकर हुए संघर्ष (Assam-Mizoram Border Clash) के बाद दोनों राज्यों के बीच जारी तनाव अब थोड़ा शांत होता दिखाई पड़ रहा है. पहले मिजोरम सरकार ने असम पुलिस (Assam Police) पर दर्ज केस वापस लेने का फैसला लिया तो उसके बाद असम सरकार ने भी मिजोरम पुलिस (Mizoram Police) के खिलाफ केस को हटाने की बात कही है. इससे माना जा सकता है कि दोनों ही राज्य अब सुलह की कोशिश कर रहे हैं.

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असम सरकार के मंत्री और प्रवक्ता पीयूष हजारिका (Pijush Hazarika) ने सोमवार को एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि असम और मिजोरम भारत के ही दो राज्य हैं और हम दोनों भाई-भाई हैं.

पीयूष हजारिका ने कहा, "26 जुलाई को हुई हिंसा के बाद मिजोरम सरकार ने असम पुलिस के जवानों पर केस दर्ज किया था, उसे वापस ले लिया है. हम भी मिजोरम पुलिस के जवानों पर दर्ज केस को जल्द ही हटा देंगे." उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने केस वापस लेने के निर्देश दे दिए हैं.

असम के मंत्री बोले -  हम भाई हैं

पीयूष हजारिका ने आगे कहा, "हम इस विवाद का शांतिपूर्ण स्थायी समाधान चाहते हैं. हम चाहते हैं कि हमारी जमीन हमारे पास रहे और उनकी जमीन उनके पास रहे. केंद्र सरकार को इसका समाधान निकालना चाहिए और हम उसका स्वागत करेंगे."

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उन्होंने कहा, "असम सरकार ने किसी रोड को ब्लॉक नहीं किया. लोग इमोशनल हैं और हो सकता है कि उनमें से किसी ने ऐसा किया हो. हम उनसे अपील करते हैं कि ऐसा न करें. असम और मिजोरम दोनों भारत के राज्य हैं और हम भाई हैं."

असम और मिजोरम के झगड़े की असली वजह?

देश के आजाद होने के बाद अगर पूर्वोत्तर के नक्शे पर नजर डालें तो असम सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा था. और तब असम के भीतर ही मिजोरम, एज़वाल जिले के रूप में स्थापित था. एक लंबी लड़ाई के बाद मिजोरम को पहले केंद्र शासित प्रदेश और फिर अलग राज्य का दर्जा दिया गया था. लेकिन इसके बाद असम और मिजोरम में सीमा का जो बंटवारा हुआ, उसको लेकर दोनों राज्यों के बीच विवाद गहराता रहा है. 

इसकी असली वजह ये है कि सीमाओं पर पूरी तरह से जंगली इलाका है, ऐसे में भले ही नक्शे पर दो राज्य आसानी से बंटते दिखते हो लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है. असम के कछार और हाइलाकांडी ज़िलों से मिजोरम की सीमा लगती है. असम के कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिले की सीमा मिजोरम के कोलासिब, आईजॉल और मामित से लगती हुई निकलती है.

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