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देश के इस जिले में कलेक्टर, SP समेत सभी अहम सरकारी पदों पर महिलाएं तैनात

असम विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में नई सरकार का गठन हो जाने के बाद अपर्णा एन को मोरीगांव में नई सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसपी) नियुक्त किया गया. 2014 बेच की आईपीएस अधिकारी अपर्णा इससे पहले मजुली जिले में एसपी थीं.

असम के इस जिले में सिर्फ महिला ऑफिसर (फोटो- आजतक) असम के इस जिले में सिर्फ महिला ऑफिसर (फोटो- आजतक)
हेमंत कुमार नाथ
  • गुवाहाटी,
  • 14 जून 2021,
  • अपडेटेड 9:43 PM IST
  • दर्जन से ज्यादा पदों पर महिलाओं की पोस्टिंग
  • असम का मोरीगांव जिला बना नारी सशक्तीकरण की मिसाल

महिला सशक्तिकरण सही मायने में देखना है तो असम का मोरीगांव जिला मिसाल है. यहां डिप्टी कमिश्नर (डीसी) और सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसपी) समेत तमाम अहम सरकारी पदों पर महिलाएं तैनात हैं.  

डीसी और एसपी के अलावा मोरीगांव जिले में डिप्टी सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) और डिस्ट्रिक्ट डेवेलपमेंट ऑफिसर (डीडीसी) भी महिलाएं हैं. 

असम के हालिया विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सीमा रेखा भुयां को मोरीगांव जिले का डिप्टी कमिश्नर नियुक्त किया गया. वे 2009 असम-मेघालय कैडर की आईएएस अधिकारी हैं.   

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असम विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में नई सरकार का गठन हो जाने के बाद अपर्णा एन को मोरीगांव में नई सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसपी) नियुक्त किया गया. 2014 बेच की आईपीएस अधिकारी अपर्णा इससे पहले मजुली जिले में एसपी थीं.

जिले में दर्जन से ज्यादा अहम सरकारी पदों पर अब महिलाओं की नियुक्ति है.  सेंट्रल असम में आने वाले मोरीगांव जिले में डिप्टी सुप्रीटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) पद पर मौसमी दास तैनात हैं. इसी तरह वरिष्ठ एसीएस अधिकारी पूनम राव बोरा डिस्ट्रिक्ट डेवेलपमेंट कमिश्नर (डीडीसी) की पोस्ट पर हैं. 

 इनके अलावा जिले में एडिश्नल डिप्टी कमिश्नर (एडीसी), तीन असिस्टेंट कमिश्नर, तीन सर्किल ऑफिसर, इंस्पेक्टर ऑफ स्कूल्स, तीन मजिस्ट्रेट पदों पर भी महिला अधिकारियों की तैनाती हैं.

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 मोरीगांव जिले की डिप्टी कमिश्नर सीमा रेखा भुयां ने आजतक को फोन पर बताया कि राज्य सरकार ने महिलाओं की क्षमता पर भरोसा किया, यह एक तरह का महिला सशक्तिकरण है. 

सीमा रेखा भुयां ने कहा, “हम सभी समग्र विकास के लिए अपना श्रेष्ठ देने की कोशिश कर रही हैं और अपने कर्तव्यों को सबसे बेहतर ढंग से अंजाम दे रही हैं. मोरीगांव बाढ़ प्रभावित जिला है. बाढ़ यहां की सालाना समस्या है. कोविड-19 महामारी के वक्त में प्राकृतिक आपदा से भी निपटना एक चुनौती की तरह है.

हम कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में जो सबसे अच्छा हो सकता है वो करने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि सभी अधिकारी जो मेरे साथ हैं, अपना श्रेष्ठ देने में समर्थ रहेंगे और हम सभी चुनौतियों से अच्छी तरह निपट पाएंगे.”  मोरीगांव की डीसी ने ये भी कहा कि महिलाओं को जिस तरह अहम दायित्व सौंपे गए हैं, ये अपने आप में उपलब्धि है और सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है.  

 

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