Advertisement

असम के राहत शिविर में मणिपुर हिंसा के शरणार्थियों से मिले राहुल गांधी

राहुल गांधी का असम दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब राज्य में कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से भयंकर बाढ़ आई हुई है, जिससे भूस्खलन हो रहा है और नदियां उफान पर हैं.

असम के सिलचर एयरपोर्ट पर राहुल गांधी (फोटो-X/@INCIndia) असम के सिलचर एयरपोर्ट पर राहुल गांधी (फोटो-X/@INCIndia)
aajtak.in
  • सिलचर,
  • 08 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 9:37 PM IST

मणिपुर (Manipur) दौरे से पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) असम के फुलेरताल शहर पहुंचे. यहां उन्होंने राहत शिविर में मणिपुर हिंसा के शरणार्थियों से मुलाकात की. लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने के बाद राहुल गांधी यह पहला पूर्वोत्तर दौरा है. राहुल गांधी का असम दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब राज्य में कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से भयंकर बाढ़ आई हुई है, जिससे भूस्खलन हो रहा है और नदियां उफान पर हैं. भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से 28 जिलों के करीब 22.70 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

Advertisement

राहुल गांधी सुबह असम के कछार जिले के सिलचर में कुंभीग्राम एयरपोर्ट पर उतरे थे.

 

इसके बाद राहुल गांधी जिरीबाम से असम के सिलचर एयरपोर्ट पहुंचे और मणिपुर के लिए रवाना हुए. राहुल गांधी ने मणिपुर पहुंचने के बाद जिरिबाम कैंप जाकर भी पीड़ितों से मुलाकात की.
 
पिछले साल 3 मई से मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा जारी है और अब तक झड़पों में 200 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.

असम में बाढ़ से 78 लोगों की मौत

असम में इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान में कुल 78 लोगों की मौत हो गई है. बाढ़ प्रभावित इलाकों की लिस्ट में कामरूप, नागांव, कछार, धुबरी, ग्वालपाड़ा, मोरीगांव, हैलाकांडी, बोंगाईगांव, दक्षिण सलमारा, डिब्रूगढ़, करीमगंज, लखीमपुर, होजाई, नलबाड़ी, चराईदेव, विश्वनाथ, गोलाघाट, जोरहाट, धेमाजी, बारपेटा, सोनितपुर, कोकराझार, माजुली, कामरूप (महानगर), दारांग, शिवसागर, चिरांग और तिनसुकिया जिलों के नाम शामिल हैं. 

Advertisement

ब्रह्मपुत्र, बराक और उसकी सहायक नदियों सहित 9 नदियां सूबे में कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. नेमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में ब्रह्मपुत्र का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. हालांकि, गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र का जलस्तर घट रहा है.

इससे पहले, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बाढ़ के प्रभाव का आकलन करने और प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरण की देखरेख करने के लिए कामरूप जिले में बाढ़ राहत शिविरों का दौरा किया.
 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement