
गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच की मांग को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को टिप्पणी की. कोर्ट ने कहा कि वह वर्तमान मामले में व्यक्तिगत मुद्दों पर नहीं बल्कि व्यवस्थागत समस्याओं पर गौर करेगा. शीर्ष अदालत दो याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी. एक याचिका वकील विशाल तिवारी द्वारा दायर की गई थी, जिसमें जांच के लिए स्वतंत्र समिति के गठन की मांग की गई थी. अतीक की बहन आयशा नूरी ने हत्या की अदालत की निगरानी में जांच की मांग करते हुए एक और याचिका दायर की है.
राज्य सरकार ने दायर की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश राज्य ने सोमवार को अदालत को सूचित किया कि उसने मामले में एक विस्तृत स्थिति रिपोर्ट दायर की है और अदालत उसका अवलोकन कर सकती है. इसके बाद अदालत ने मामले को 14 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया. अदालत के समक्ष दायर एक हलफनामे में, राज्य ने कहा है कि सरकार सुरक्षा चूक की जांच कर रही है, कोई कसर नहीं छोड़ रही है. राज्य द्वारा अदालत को यह भी सूचित किया गया है कि राज्य भर में पुलिस सुधार और आधुनिकीकरण के उपाय किए जा रहे हैं.
अतीक के बहन ने की थी ये मांग
अतीक की बहन आयशा नूरी ने अपनी याचिका में दावा किया है कि पुलिस अधिकारियों को यूपी सरकार का पूरा समर्थन मिल रहा है. उसने अपने परिवार के सदस्यों की कथित मुठभेड़ों से सुरक्षा की भी मांग की है. उन्होंने यह भी दावा किया है कि राजू पाल हत्याकांड के बाद यूपी सरकार ने उनके परिवार के खिलाफ प्रतिशोध की कार्रवाई शुरू कर दी है. गौरतलब है कि माफिया बंधुओं की हत्या के इस संबंध में अतीक की बहन आइशा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. इसमें सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली कमेटी या एक स्वतंत्र एजेंसी से व्यापक जांच की मांग की गई. अतीक बहन का कहना था कि यूपी में सरकार की मदद से अवैध गैर-न्यायिक हत्याओं का अभियान चल रहा है.
15 अप्रैल की रात हुई थी अतीक की हत्या
बता दें कि यूपी के प्रयागराज में माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात तीन शूटर्स ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. आरोपियों की पहचान अरुण मौर्या, सनी और लवलेश तिवारी के रूप में हुई थी. तीनों पत्रकार बनकर पुलिस के काफिले के नजदीक पहुंचे थे. इसके बाद जैसे ही अतीक और उसके भाई अशरफ ने मीडिया से बात करना शुरू की, तीनों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस दौरान करीब 18 राउंड गोलियां चलीं, जिनमें से 8 गोली अतीक अहमद को लगी थीं.