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खाने में मिला दाल, चावल, सब्जी-रोटी... CCTV से पैनी नजर! नैनी जेल में कैसी कटी अतीक की रात?

नैनी जेल के सीनियर जेल सुप्रिटेंडेंट शशिकांत सिंह ने बताया कि जेल में 3 आरोपियों अतीक, अशरफ और फरहान को लाया गया है. तीनों बंदी अलग अलग बैरकों में रखे गए. इन्हें 10 बजे कोर्ट लाया जाएगा. सभी के बैरक में सीसीटीवी लगा है. इनकी स्ट्रीमिंग जेल और मुख्यालय में होती है. 

अतीक अहमद (फाइल फोटो- पीटीआई) अतीक अहमद (फाइल फोटो- पीटीआई)
अरविंद ओझा
  • प्रयागराज,
  • 28 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 9:28 AM IST

उमेश पाल अपहरण केस में आज प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट फैसला सुना सकती है. इस मामले में बाहुबली अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ समेत 11 लोग आरोपी हैं. इससे पहले सोमवार को अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया उसके भाई अशरफ को बरेली से प्रयागराज लाया गया. इसके अलावा एक अन्य आरोपी फरहान को भी यहीं लाया गया. तीनों को नैनी जेल में कड़ी निगरानी में रखा गया. अतीक को रात में खाने में  दाल, चावल, सब्जी-रोटी दी गई. 

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नैनी जेल के सीनियर जेल सुप्रिटेंडेंट शशिकांत सिंह ने बताया कि जेल में 3 आरोपियों अतीक, अशरफ और फरहान को लाया गया है. तीनों बंदी अलग अलग बैरकों में रखे गए. इन्हें 10 बजे कोर्ट लाया जाएगा. सभी के बैरक में सीसीटीवी लगा है. इनकी स्ट्रीमिंग जेल और मुख्यालय में होती है. 

 

कड़ी सुरक्षा के बीच नैनी जेल में रखा गया अतीक

शशिकांत सिंह के मुताबिक, पहले तीनों आरोपियों का मेडिकल कराया गया. तीनों का व्यवहार सामान्य दिखा. पूरे दिन तीनों की मॉनिटरिंग की गई. जेल मैनुअल के हिसाब से सबको दाल, चावल, सब्जी-रोटी दी गई. 

17 साल पुराने केस में होनी है सजा

25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस केस में अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ समेत 5 आरोपी नामजद थे. जबकि चार अज्ञात को आरोपी बनाया था. इस केस में राजू पाल के रिश्तेदार उमेश पाल मुख्य गवाह था. उमेश का 28 फरवरी 2006 अपहरण हुआ था. इसका आरोप अतीक अहमद और उसके साथियों पर लगा था. उमेश ने आरोप लगाया था कि अतीक ने उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी. 
 

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उमेश के मुताबिक, जब उसने अतीक अहमद के दबाव में गवाही से पीछे हटने और झुकने से इनकार कर दिया तो 28 फरवरी 2006 को बंदूक की दम पर उसका अपहरण कर लिया गया. एक साल बाद उमेश की शिकायत पर पुलिस ने 5 जुलाई 2007 को अतीक, उसके भाई अशरफ और चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने 17 मार्च को सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था. जज डीसी शुक्ला ने 23 मार्च को अतीक को पेश करने के लिए आदेश जारी किया था.

24 फरवरी 2023 को हुई उमेश पाल की हत्या

प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी. इस दौरान बम भी फेंके गए थे. इस हमले में उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी. उमेश पाल की पत्नी ने इस मामले में अतीक, उसके भाई अशरफ समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया है.पुलिस इस मामले में असद समेत 5 शूटरों की तलाश में जुटी है.

 

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