
अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. चार साल बाद अतीक की यूपी में एंट्री हुई है. भले ही अतीक लंबे समय से यूपी में नहीं था, लेकिन वह जेल से ही अपने गुर्गों और परिवार के सदस्यों के सहारे अपने आतंक का साम्राज्य चला रहा था. अतीक और उसके भाई अशरफ ने जेल में रहते ही प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रची. उसके बेटे असद के साथ शूटरों ने इस वारदात को अंजाम दिया. जबकि मर्डर से पहले और बाद में अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन शूटरों के लगातार संपर्क में रही. अब शाइस्ता फरार है. पुलिस ने शूटरों के साथ साथ उसपर भी इनाम घोषित किया है. आईए जानते हैं 10 ऐसे किरदार के बारे में, जो अतीक के जेल में रहने के दौरान उसके साम्राज्य को संभाल रहे थे .
दरअसल, प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी. इस दौरान बम भी फेंके गए थे. इस हमले में उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी. पुलिस इस मामले में असद समेत 5 शूटरों की तलाश में जुटी है.
अतीक की पत्नी: शाइस्ता परवीन
उमेश पाल की हत्या के मामले में अतीक अहमद के साथ-साथ उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन भी अब पुलिस के निशाने पर है. पुलिस ने शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया है. पुलिस का आरोप है कि वो शाइस्ता परवीन ही है, जिसने ना सिर्फ एक-एक शूटर से बात की, उन्हें रुपये पैसे दिए, बल्कि वारदात को अंजाम देने के बाद कैसे भागना है, कैसे छुपना है, ये सब भी बताया और तो और पुलिस से बचने के लिए उसने ही अपने बेटे असद से शूटरों के लिए 16 मोबाइल फोन और 16 सिम कार्ड खरीदवाए और इन्हें शूटरों तक पहुंचाया था.
अतीक का भाई अशरफ अहमद
अतीक के भाई अशरफ को भी प्रयागराज लाया जा रहा है. वह उमेश पाल के अपहरण के मामले में अतीक के साथ आरोपी है. अशरफ पर 52 केस दर्ज हैं. उस पर बरेली जेल में बैठकर ही उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है. बताया जाता है कि बरेली जेल में अशरफ से मिलने के बाद शूटरों का नाम और पूरा प्लान तय हुआ था. अशरफ राजू पाल की हत्या में भी आरोपी है, इसमें उमेश पाल गवाह था.
अतीक अहमद का बेटा उमर अहमद
अतीक के पांच बेटों में पहला बेटा उमर, दूसरा अली, तीसरा असद है. जबकि दो बेटे नाबालिग हैं. अतीक के बड़े बेटे उमर पर भी अप्रैल 2018 में अपहरण और जेल में बिल्डर मोहित अग्रवाल से मारपीट के आरोप लगे. सीबीआई ने उसपर दो लाख का इनाम रखा और उसने 31 जुलाई को कोर्ट में सरेंडर किया. वो इस वक्त लखनऊ जेल में बंद है.
अतीक का दूसरा बेटा अली अहमद
2021 में अतीक के परिवार ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ज्वॉइन कर ली. इसके बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि ओवैसी की पार्टी अली को टिकट देगी लेकिन इसी बीच 31 दिसम्बर 2021 को अली पर अपने रिश्तेदार से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप लगा और पुलिस से बचने के लिए फरार हो गया. पुलिस ने भी अली पर 50 हज़ार का इनाम रखा और उसने भी 31 जुलाई को कोर्ट में सरेंडर कर दिया वो नैनी सेंट्रल जेल में बंद है.
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अतीक का तीसरा बेटा असद
अतीक का तीसरा बेटा असद उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है. वह अभी फरार है. पुलिस को आशंका है कि असद नेपाल में छिपा है. उस पर 5 लाख का इनाम घोषित है. उमेश पाल के हत्याकांड के जो सीसीटीवी फुटेज सामने आए थे, उनमें असद भी हाथ में पिस्टल लेकर दिखा था.
बमबाज गुड्डू मुस्लिम
उमेश हत्याकांड से जुड़े एक सीसीटीवी फुटेज में गुड्डू मुस्लिम बम फेंकते कैद हुआ था. अतीक से पहले उत्तर प्रदेश के दूसरे माफिया गुडों के साथ रह चुके गुड्डू की खासियत है कि वह गोली नहीं, बम मारकर ही हत्या की वारदातों को अंजाम देता है. उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन धनंजय सिंह, अभय सिंह से लेकर मुख्तार अंसारी तक के लिए गुड्डू मुस्लिम ने काम किया है. बीते 10 साल से वह अतीक अहमद की गैंग में शामिल है. प्रयागराज में अतीक अहमद के लिए रेलवे के स्क्रैप और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम कुख्यात गुड्डू मुस्लिम ही संभालता रहा था.
गुड्डू मुस्लिम का राजधानी लखनऊ में भी कनेक्शन रहा है. लखनऊ के चर्चित पीटर गोम्स हत्याकांड में भी उसका नाम आया था. पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. दरअसल, लखनऊ के ला मार्टिनियर कॉलेज में बॉयज हॉस्टल के वॉर्डन और स्पोर्ट्स टीचर पीटर गोम्स की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में गुड्डू मुस्लिम का नाम सामने आया था. यही नहीं, लखनऊ के ही नाका इलाके में बम मारकर हुई एक हत्या में भी गुड्डू मुस्लिम को जेल भेजा गया था.
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मोहम्मद गुलाम
मोहम्मद गुलाम उमेश पाल की सुपारी लेने वाले गैंग का अहम हिस्सा था. वारदात वाले दिन मोहम्मद गुलाम, उमेश पाल के घर की गली में मौजूद एक इलेक्ट्रिक दुकान मे खड़ा था. वह उमेश पाल का इंतजार कर रहा था और दुकानदार से बात कर रहा था. जैसे ही उमेश पाल सामने से आता दिखाई देता है, मोहम्मद गुलाम पॉकेट से पिस्तौल से उस पर फायरिंग कर दी और दुकान से फरार हो गया.
विजय चौधरी उर्फ उस्मान
प्रयागराज के लालापुर इलाके का रहने वाला विजय चौधरी बाहुबली डॉन अतीक अहमद का कुख्यात शार्प शूटर था. उसने ही उमेश पर सबसे पहले फायरिंग की थी. विजय उर्फ उस्मान ने फायरिंग शुरू की और गोली लगते ही उमेश जमीन पर गिर पड़े. फिर शूटर गुलाम मोहम्मद और बमबाज गुड्डू मुस्लिम समेत दूसरे बदमाशों ने उमेश समेत दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी थी. यह पूरा हत्याकांड घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया था. पुलिस ने प्रयागराज में मुठभेड़ में विजय उर्फ उस्मान को मार गिराया था.
उमेश पाल हत्याकांड में शूटर साबिर और अरमान
उमेश पाल हत्याकांड में फरार दो शूटरों में साबिर और अरमान का नाम भी शामिल है. दोनों फरार हैं. पुलिस ने इनपर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया है. दोनों अतीक गैंग के शूटर हैं.