
Tata Sons ने सरकारी एयरलाइंस कंपनी एअर इंडिया के लिए सबसे अधिक 18,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई. इसी के साथ अब Tata Sons के पास देश में 3 एयरलाइंस होंगी. इस नीलामी के बाद केंद्रीय नागिरक उड्डयन मंत्री ज्यातिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह लंबी प्रक्रिया रही और एअर इंडिया का सफर लंबा रहा है.
सिंधिया ने कहा कि यह एक लंबे समय से प्रतीक्षित प्रक्रिया की परिणति है. मैं कामना करता हूं कि नए मालिक ग्राहकों के दिलों में अपना स्थान फिर से हासिल करने में सफल होंगे. मुझे नए स्वामित्व के बारे में बहुत विश्वास है, नई कंपनी निश्चित रूप से ग्राहकों के दिलों में जगह बनाने में कामयाब होगी.
उन्होंने कहा कि सरकार में हम सभी के लिए, यह एक लंबी प्रक्रिया रही है. यह भी एक तथ्य है कि एअर इंडिया को घाटा हो रहा था जो लगभग 20 करोड़ रुपये प्रति दिन था, जो कि 7200 करोड़ रुपये प्रति वर्ष के करीब है और करदाताओं के पैसे का उपयोग सरकारी खजाने द्वारा और अधिक महत्वपूर्ण के लिए और अधिक कुशल तरीकों से किया जा सकता था.
निजीकरण के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारे काम करने का यही तरीका है. एक बार अगर आपने हमसे अलग होने का फैसला कर लिया तो फिर पूरी तरह से अलग होना होगा. पार्ट ट्रांजैक्शन कभी नहीं करते. यह कम ही काम करता है. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि कड़ी मेहनत का तार्किक परिणाम आया. यह सरकार के लिए भी तर्कसंगत रहा है क्योंकि पैसे सरकारी राजकोष में जाएंगे.