
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में पुलिस ने छह आरोपियों की पहचान की है. इनमें से अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बाबा सिद्दीकी की शनिवार को उनके दफ्तर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बाद में उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जा गया था, जहां उनकी मौत हो गई.
मामले में पुलिस ने दो हमलावरों- धर्मराज राजेश कश्यप और गुरमेल बलजीत सिंह को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया था. बाद में पुलिस ने तीसरे आरोपी प्रवीण लोनकर को भी गिरफ्तार कर लिया.
प्रवीण लोनकर वो है जिसके भाई शुभम लोनकर ने सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. तीन आरोपी- शिवकुमार गौतम, मोहम्मद जीशान अख्तर और शुभम लोनकर फरार हैं.
शुरुआती जांच में सामने आया है कि धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह के साथ मौके पर तीसरा शूटर शिवकुमार गौतम था, जो अभी फरार है. पुलिस का मानना है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या का मास्टरमाइंड मोहम्मद जीशान अख्तर है.
अब तक क्या-क्या पता है?
पुलिस के मुताबिक, शनिवार शाम को धर्मराज, शिव कुमार और गुरमेल मुंबई के बांद्रा इलाके में बाबा सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर पहुंचे. जिस समय बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई गई, उस समय वो पटाखे चला रहे थे.
मुंबई पुलिस ने बताया कि आरोपी अपने साथ पेपर स्प्रे भी लेकर गए थे, जिसका इस्तेमाल वो बाबा सिद्दीकी पर करना चाहते थे, लेकिन शिव ने सीधे ही फायरिंग शुरू कर दी. बाबा सिद्दीकी के सिक्योरिटी गार्ड ने धर्मराज और गुरमिल को पकड़ लिया, जबकि शिव वहां से भागने में कामयाब रहा.
आरोपियों के बारे में क्या पता है?
धर्मराज और शिव कुमार, दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, जबकि गुरमेल हरियाणा के कैथल का रहने वाला है. वहीं, जीशान अख्तर पंजाब के जालंधर का रहने वाला है.
गुरमेल की दादी ने मीडिया को बताया कि उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है और अब वो उनके लिए कुछ नहीं है. उन्होंने बताया कि वो तीन महीने पहले जमानत पर जेल से बाहर आया था, लेकिन वो घर पर नहीं रहता था.
वहीं, यूपी के रहने वाले शिव कुमार और धर्मराज का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं था. शिव कुमार की मां ने बताया कि वो पुणे में एक कबाड़ की दुकान पर काम करने गया था और आखिरी बार होली पर ही गांव आया था.
कैसरगंज के सर्किल ऑफिसल अनिल कुमार सिंह के मुताबिक, शिव कुमार कुछ साल पहले मजदूरी करने के लिए महाराष्ट्र आया था और तभी वो धर्मराज से मिला था.
कौन है मोहम्मद जीशान अख्तर?
जालंधर का रहने वाला मोहम्मद जीशान अख्तर पटियाला जेल में बंद था. उसके खिलाफ सात मामले दर्ज हैं. सूत्रों ने बताया कि जेल में वो लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों के संपर्क में आया, जिन्होंने कथित रूप से उसे बाबा सिद्दीकी की हत्या की सुपारी दी थी.
सूत्रों के मुताबिक, जीशान अख्तर इस साल 7 जून को जेल से बाहर आया था. इसके बाद वो हरियाणा के कैथल में गुरमेल से मिलने गया. फिर उसने शिव, धर्मराज और गुरमेल के लिए मुंबई में एक कमरे की व्यवस्था की. सूत्रों ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद अख्तर भी मुंबई में था. उसकी आखिरी लोकेशन मुंबई में पाई गई और पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
दो भाई- शुभम और प्रवीण
रविवार को पुणे के रहने वाले शुभम लोनकर ने सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तरफ से इस हत्या की जिम्मेदारी ली.
बताया जा रहा है कि शुभम और उसके भाई प्रवीण ने कथित रूप से बाबा सिद्दीकी को मारने के लिए शिव और धर्मराज को सुपारी दी थी. प्रवीण उस कबाड़ी की दुकान के पास डेयरी चलाता था, जहां शिव और धर्मराज काम करते थे.
रविवार शाम को पुलिस ने प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार कर लिया. जबकि, उसका भाई शुभम अब भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है.
क्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने करवाई हत्या?
बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी कथित रूप से लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. हालांकि, पुलिस ने अब तक इसकी पुष्टी नहीं की है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग सलमान खान की हत्या की धमकी भी देता रहा है. दावा किया जा रहा है कि सलमान खान से करीबी के चलते ही बाबा सिद्दीकी की हत्या की गई. हालांकि, अभी इन सारी बातों की जांच चल रही है.