
महाराष्ट्र के बदलापुर यौन शोषण मामले में लगातार नई बातें सामने आ रही हैं. ठाणे के बदलापुर में 2 नाबालिग बच्चियों से यौन उत्पीड़न मामले में एसआईटी की टीम ने अब स्कूल प्रशासन को भी आरोपी बनाया है. इससे पहले केवल अक्षय शिंदे को आरोपी बनाया गया था. अक्षय को फिलहाल 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है. बदलापुर की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है.
स्कूल प्रिंसिपल और क्लास टीचर को कर दिया गया है निलंबित
मामले में स्कूल प्रिंसिपल और क्लास टीचर को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही मामले में पुलिस इंस्पेक्टर शुभदा शितोले के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में शितोले का ट्रांसफर कर दिया गया है. वहीं, प्रशासन ने लोगों से शांति बरतने की अपील की है.
सामने आया है कि अक्षय शिंदे ने तो इस मामले का मुख्य आरोपी है ही, इसके साथ ही इस मामले में स्कूल ने को लापरवाही की हद पार कर दी थी. पीड़िता बच्ची के परिवार को लोगों ने आजतक से बात करते हुए कहा था, कि स्कूल ने उनकी कोई मदद नहीं की थी, बल्कि स्कूल ने तो झूठ बोलकर उन्हें गुमराह करने की कोशिश भी की थी. आजतक ने पीड़िता के परिवार से जब बातचीत की तो इस दौरान पीड़ित परिवार ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए.
पीड़िता के परिवार ने बताया कि जब उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों को मेडिकल रिपोर्ट दिखाई, तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेने के बजाय यह कह दिया कि हो सकता है कि साइकिल चलाने से बच्ची के निजी अंगों में चोट लग गई हो. स्कूल की ओर से दिए गए इस बयान से परिवार को ठेस पहुंची क्योंकि उनके पास मेडिकल रिपोर्ट थी जिसमें इस बात-बात का साफ-साफ जिक्र था, बच्ची के साथ अपराध किया गया है और यह घटना स्कूल में ही हुई थी.
सीसीटीवी फुटेज पर को लेकर कही ये बात
परिवार ने यह भी खुलासा किया कि जब उन्होंने स्कूल में सीसीटीवी फुटेज की मांग की, तो उन्हें बताया गया कि पिछले 15 दिनों से सीसीटीवी कैमरों का काम चल रहा है, इसलिए वे बंद हैं. इसके अलावा, परिवार को यह भी जानकारी मिली कि उसी स्कूल के एक पुरुष शिक्षक ने 8वीं कक्षा की एक और छात्रा के साथ भी ऐसा ही अपराध किया था.
एक महिला पुलिस अधिकारी, जो स्कूल में जांच के लिए आई थी, उसने स्कूल प्रबंधन के साथ एक गुप्त बैठक की और बाहर आने के बाद परिवार को यह कहकर चौंका दिया कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. परिवार ने आरोप लगाया कि इस मामले को दबाने के लिए स्कूल प्रबंधन और कुछ राजनेताओं के साथ भी मिलीभगत हो सकती है.
परिवार कर रहा है कड़ी कार्रवाई की मांग
परिवार ने इस घृणित अपराध के दोषी को फांसी की सजा देने की मांग की है. उनका कहना है कि ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके. इसके अलावा, परिवार ने स्कूल प्रिंसिपल और शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि उन्होंने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया और आरोपों को खारिज करने की कोशिश की.