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बालासोर हादसाः स्टील की बोगी को फाड़कर आर-पार हो गई पटरी... ऐसी भीषण थी ट्रेनों की टक्कर

बालासोर ट्रेन हादसे में मरने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है. शुक्रवार रात बालासोर एक्सप्रेस की मालगाड़ी से भीषण टक्कर हो गई थी. इसके बाद ट्रेन की बोगियां पुर्जा-पुर्जा हो गईं. इस समय बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है. सेना भी बचाव के काम में जुटी है. यह एक्सीडेंट इतना भयानक था कि रेल की पटरी बोगी की फर्श को चीरकर छत फाड़कर निकल गई.

बोगी की फर्श फाड़कर घुसी पटरी. बोगी की फर्श फाड़कर घुसी पटरी.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 जून 2023,
  • अपडेटेड 1:54 PM IST

ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे में अब तक 280 लोगों की मौत चुकी गई है, वहीं जबकि 900 से ज्यादा पैसेंजर घायल हैं. यह हादसा कितना भयावह था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रेल की पटरी ट्रेन का फर्श फाड़कर बोगी की छत तक घुस गई. 

रेलवे ट्रेन का बेस बेहद मजबूती से तैयार करता है. ये बेस कुछ इस तरह का होता है, जो हजारों यात्रियों का भार झेल सके, लेकिन शुक्रवार रात जब हादसा हुआ तो रेल की पटरियां टूट गईं और ट्रेन की बेहद मजबूत फर्श को चीरकर बोगी में घुस गईं. इस तस्वीर को देखकर समझा जा सकता है कि हादसा कितना भयानक रहा होगा. ट्रेन में सवार लोगों की क्या स्थिति रही होगी. 

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फिलहाल इस मामले में रेस्क्यू जारी है. आर्मी, एयरफोर्स और एनडीआरएफ के जवान बोगियों में तलाश कर रहे हैं कि कहीं कोई फंसा तो नहीं है.

दरअसल, कोरोमंडल एक्सप्रेस कोलकाता से चेन्नई जा रही थी, ये ट्रेन डिरेल हो गई. वहीं यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस (दुरंतो) बालासोर के बहानगा के पास डिरेल हुई. इसी के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस की मालगाड़ी से जोरदार टक्कर हो गई. इस दौरान ट्रेन का इंजन बोगी पर चढ़ गया.

एक्सीडेंट में अब तक 280 लोगों की मौत हो चुकी है. आर्मी, एयरफोर्स सहित कई टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं. ट्रेन के डिब्बों में अभी भी कई लोगों के फंसे होने की बात कही जा रही है. ट्रेन के डिब्बों में खाने-पीने की चीजें, पानी की बोतलें, चप्पल-जूते आदि बिखरें हुए हैं. बचाव अभियान में सेना भी शामिल हो गई है. मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.

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हादसे के बाद बोगियों में बिखरी दिखीं खाने-पीने की चीजें

ओडिशा के बालासोर में जिस समय कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई, उस समय ट्रेन में लोग नाश्ता कर रहे थे. हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई. हादसे के समय पैसेंजर्स ने ट्रेन से बाहर निकलने की कोशिश की. हादसे के बाद बोगियों के परखच्चे उड़ गए. विंडो की कांच को तोड़कर लोगों को बाहर निकाला गया. 

घटना के बाद एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गईं बोगियां

बोगियां एक-दूसरे पर चढ़ गईं. टक्कर के बाद ट्रेन का इंजन बोगी पर चढ़ गया. घटना के बाद ट्रेन की बोगियों में खाने-पीने की चीजें बिखरी पड़ी हैं. बोगियों में और भी लोगों के फंसे होने की आशंका है. ओडिशा में एक दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया गया है.

ओडिशा रेल हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रात भर से चल रहे बचाव व राहत कार्य में अब तक कई घायलों को कटक, भुवनेश्वर और बालासोर के अस्पतालों में पहुंचाया गया है. इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को पीएम की ओर से दो लाख रुपये तो वहीं रेल मंत्रालय की ओर 10 लाख रुपये दिए जाने की घोषणा की गई है.

पीएमओ ने भी जारी की अनुग्रह राशि

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पीएम मोदी ने ओडिशा ट्रेन दुर्घटना पीड़ितों के लिए 2 लाख रुपये, घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है. पीएमओ ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. पीएमओ कार्यालय ने इस बाबत ट्वीट किया, 'ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी, जबकि घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.'

टीएमसी ने कही ये बात

बता दें कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को पड़ोसी राज्य ओडिशा में हुए भीषण तिहरे रेल हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है. 

यह भी पढ़ेंः काम की तलाश में घर से निकले, चेन्नई और केरल पहुंचने से पहले परिजनों को मिली मौत की खबर

टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरणों इंस्टाल किए जाने के बजाय विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करने पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है.

उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार "जनता को गुमराह" करके राजनीतिक समर्थन हासिल करने के लिए वंदे भारत ट्रेनों और नवनिर्मित रेलवे स्टेशनों का डींग हांक रही है, लेकिन सुरक्षा उपायों की उपेक्षा कर रही है.

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ओडिशा के सीएम ने घोषित किया एक दिन का राजकीय शोक

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दुर्घटना के मद्देनजर शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. बता दें कि बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी हादसे का शिकार हुई है.

घायलों को विभिन्न अस्पतालों में कराया गया भर्ती

एक अधिकारी के अनुसार, ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और बगल की पटरियों पर जा गिरे. पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने कहा कि हादसे में घायल हुए लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.

हादसे के बाद घायलों के लिए लोगों ने ब्लड डोनेट किया. बालासोर में रातभर में पांच सौ यूनिट ब्लड डोनेट किया गया. वहीं नौ सौ यूनिट ब्लड स्टॉक में है. इससे घायलों के इलाज में मदद मिलेगी.

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