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क्या बैंकॉक में मोहम्मद यूनुस से मिलेंगे PM मोदी? बांग्लादेश के अनुरोध पर ये बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विदेश मामलों की संसदीय सलाहकार समिति के सदस्यों से बातचीत की और बताया कि ढाका की अंतरिम सरकार ने दावा किया है कि हिंदुओं पर हमले राजनीति से प्रेरित थे और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर नहीं किए गए थे.

विदेश मंत्री एस जयशंकर. (Credits: PTI) विदेश मंत्री एस जयशंकर. (Credits: PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 10:13 AM IST

बांग्लादेश, भारत से बात करना चाहता है और उसने बातचीत का अनुरोध भेजा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को संसदीय समिति की बैठक में बताया कि आगामी क्षेत्रीय समूह BIMSTEC समिट में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक के अनुरोध पर विचार किया जा रहा है.

सूत्रों ने बताया कि विदेश मामलों की संसदीय सलाहकार समिति की इस साल की पहली बैठक में कई सांसदों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर चिंता जताई और पूछा कि इस संबंध में भारत क्या कदम उठा रहा है.

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'राजनीति से प्रेरित थे हिंदुओं पर हमले'

जयशंकर ने सदस्यों को बताया कि ढाका की अंतरिम सरकार ने दावा किया है कि हिंदुओं पर हमले राजनीति से प्रेरित थे और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर नहीं किए गए थे.

जयशंकर ने सांसदों को बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार और श्रीलंका के साथ संबंधों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वो बाद में पाकिस्तान और चीन के बारे में अलग से बात करेंगे.

'पाकिस्तान के कारण SAARC निष्क्रिय'

जयशंकर ने बैठक में यह भी कहा कि पाकिस्तान के रवैये के कारण SAARC निष्क्रिय है और इसलिए भारत BIMSTEC (बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है.

उन्होंने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री मोदी 2 से 4 अप्रैल तक बैंकॉक में होने वाले BIMSTEC शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले सकते हैं. हालांकि, बैठक में इस यात्रा की पुष्टि नहीं की गई. विदेश मंत्री ने बैठक में यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी अगले महीने श्रीलंका का दौरा करेंगे.

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क्या मोहम्मद यूनुस से मिलेंगे पीएम मोदी?

सूत्रों ने बताया कि यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस से मिलेंगे और BIMSTEC शिखर सम्मेलन के दौरान उनके साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे? इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई और कहा कि इस पर विचार किया जा रहा है.

केसी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी (दोनों कांग्रेस), प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना-यूबीटी) और मुकुल वासनिक (कांग्रेस) समेत कई सांसदों ने हिंदुओं की टारगेट किलिंग का मुद्दा उठाया और पूछा कि सरकार ऐसे हमले रोकने के लिए क्या कर रही है.

एस जयशंकर ने कहा कि सरकार विभिन्न स्तरों पर बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के साथ बातचीत कर रही है और इस मुद्दे को उठाया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार आगे भी मसले को उठाना जारी रखेगी.

बांग्लादेश चर्चा का मुख्य विषय रहा और लगभग सभी सांसदों ने इस मुद्दे पर बातचीत की. दक्षिण के सांसदों समेत कुछ सांसदों ने मछुआरों की आजीविका और श्रीलंका के साथ उनकी समस्याओं का मुद्दा उठाया.

सदस्यों के एक वर्ग ने पाकिस्तान और म्यांमार दोनों से देश में तस्करी किए जा रहे नशीले पदार्थों और हथियारों का मुद्दा भी उठाया. विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले से अवगत है और संबंधित पक्षों के साथ इस मुद्दे को उठा रही है.

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विदेश मामलों के लिए 2025 की पहली परामर्शदात्री समिति की बैठक में बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार और श्रीलंका के साथ भारत के संबंधों पर उपयोगी चर्चा हुई.

विदेश मंत्री ने शेयर किया पोस्ट

एस जयशंकर ने सांसदों के साथ एक्स पर एक तस्वीर साझा की और पोस्ट में कहा, पी मार्गेरिटा, मनीष तिवारी, वाइको, विक्रम साहनी, केसी वेणुगोपाल, केसरीदेवसिंह वांकानेर, अनिल फिरोजिया, अब्दुस्समद समदानी, जीके वासन, प्रियंका चतुर्वेदी, मुकुल वासनिक और गुरजीत सिंह औजला को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद देते हैं. इससे पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने बांग्लादेश, म्यांमार, मालदीव और श्रीलंका के साथ भारत के संबंधों पर एक विस्तृत प्रजेंटेशन दिया.

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