Advertisement

केरल में 18 साल से अवैध तरीके से रह रहा था बांग्लादेशी, जांच में नकली करेंसी बरामद

केरल के एर्नाकुलम में अवैध रूप से 18 सालों से रह रहे एक बांग्लादेशी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी को नकली करेंसी रखने और अवैध रूप से भारत में 18 साल तक रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. सलीम मोंडल को पिछले सप्ताह ट्रेन में चोरी के एक मामले में पकड़ा गया था. इसके बाद पुलिस और अलप्पुझा रेलवे पुलिस की संयुक्त छापेमारी में उसके किराए के घर से 17 नकली 500 के नोट बरामद हुए.

सांकेतिक तस्वीर है सांकेतिक तस्वीर है
aajtak.in
  • एर्नाकुलम,
  • 27 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 11:24 PM IST

केरल में पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को नकली करेंसी रखने और अवैध रूप से भारत में 18 साल तक रहने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गुरुवार को बताया कि आरोपी की पहचान 30 साल के सलीम मोंडल के रूप में हुई है, जो मूल रूप से बांग्लादेश के अलीपुर का रहने वाला है.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि सलीम मोंडल को पिछले सप्ताह ट्रेन में चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद, एर्नाकुलम ग्रामीण पुलिस और अलप्पुझा रेलवे पुलिस की संयुक्त छापेमारी में उसके किराए के घर से 17 नकली 500 के नोट बरामद हुए.

Advertisement

पहचान छुपाने के लिए किया फर्जीवाड़ा

पूछताछ के दौरान पहले तो मोंडल ने खुद को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का निवासी बताया, लेकिन बाद में सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपनी असली पहचान स्वीकार कर ली. जांच में पता चला कि मोंडल नकली नोटों के वितरण में सक्रिय था और विशेष प्रकार के कागज और स्याही को बांग्लादेश भेजकर वहां नकली नोट तैयार कराता था. पुलिस के अनुसार, वह भारत में लैपटॉप और मोबाइल फोन चोरी कर बांग्लादेश में बेचता था और बदले में नकली नोट हासिल करता था.

आरोपी ने एक बार में 50 से अधिक मोबाइल फोन बांग्लादेश भेजे, जिसके बदले उसे नकली नोट मिलते थे. इसके अलावा, वह मोबाइल के IMEI नंबर में हेरफेर कर उनका पता लगाना मुश्किल बना देता था. इससे उसे एक मोबाइल फोन पर 40,000 तक की कमाई होती थी.

Advertisement

पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सलीम मोंडल ने पश्चिम बंगाल से भारतीय पासपोर्ट और आधार कार्ड फर्जी तरीके से बनवा लिया था. उसके पासपोर्ट पर बांग्लादेश का वीजा भी लगा हुआ था, जिसे वह दोनों देशों के बीच अपनी पहचान छुपाने के लिए इस्तेमाल कर रहा था.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement