
बांग्लादेशी तस्करों द्वारा पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाके में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों पर हमले का एक और मामला सामने आया है. घटना 8 मार्च सुबह की है. तस्करों ने बीएसएफ सिलीगुड़ी सेक्टर के अंतर्गत दार्जिलिंग जिले के राजगंज थाना क्षेत्र के खालपारा गांव के सीमावर्ती इलाके में ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ पार्टी पर हमला किया. करीब 15 से 20 बांग्लादेशी तस्करों के एक समूह ने अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की और बाड़ तोड़कर भारतीय क्षेत्र में काफी अंदर तक प्रवेश कर गए.
बांग्लादेशी तस्करों दल में भारतीय पक्ष के बदमाश भी शामिल हो गए थे. इनका उद्देश्य भारतीय तस्करों की मदद से मवेशियों और प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी करना था. बीएसएफ के जवानों ने घुसपैठ का पता लगाया और तस्करों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा. बीएसएफ द्वारा सावधानी बरतने के बावजूद, बदमाशों ने लोहे के डंडे, लाठियों और तेज धार वाले हथियारों से जवानों पर हमला किया और पत्थर फेंके. बीएसएफ के जवानों ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए गैर-घातक गोला-बारूद यानी स्टन ग्रेनेड और पीएजी दागे.
लेकिन बदमाशों ने बीएसएफ पार्टी के साथ मारपीट जारी रखी और हथियार छीनने की कोशिश की. परिणामस्वरूप, हमले में ड्यूटी पर तैनात एक बीएसएफ जवान बुरी तरह घायल हो गया. अपनी जान को खतरा देखते हुए बीएसएफ पार्टी ने बदमाशों को रोकने के लिए इंसास से फायरिंग की. इसके बाद तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए. घटना के बाद इलाके की तलाशी के दौरान एक अज्ञात घायल व्यक्ति को देखा गया, जो बाद में घायल अवस्था में भाग गया. घटनास्थल से दो मवेशियों को भी जब्त किया गया, साथ ही हमले में इस्तेमाल किए गए लोहे के दाह और लाठियां भी बरामद की गईं.
तलाशी के दौरान, बांग्लादेश के साथ लगने वाले अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर बाड़ के टूटने का भी पता चला, जिसे बांग्लादेशी तस्करों ने भारत से मवेशियों की तस्करी करने के लिए तोड़ा थ. घायल बीएसएफ जवान को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चन रहा है और उसकी हालत स्थिर है.