
क्या ओएनजीसी ने समुद्र में चक्रवात की चेतावनी देने वाली मौसम रिपोर्ट की अनदेखी की? क्या इसने उस ई-मेल का जवाब दिया जो अधिकारियों को मदद मांगने के लिए लिखा गया था?
बार्ज P305 जहाज पर 261 लोग सवार थे और इस दौरान 17 मई को जहाज को चक्रवात ताउते के प्रकोप का सामना करना पड़ा. हादसे के बाद भारतीय नौसेना, ओएनजीसी, तटरक्षक बल और अन्य ने बड़े पैमाने पर खोज, राहत और बचाव अभियान शुरू किया, जिसमें नौसेना ने युद्धपोतों और हवाई संपत्तियों को भी तैनात किया.
कई लोगों का मानना है कि अगर जहाज किनारे पर चला गया होता तो कई लोगों की जान बच जाती. इस हादसे में 70 के करीब लोग मारे गए, जबकि 10 के करीब लोग मिसिंग हैं.
आजतक/इंडिया टुडे टीवी के पास बार्ज PAPAA-305, हीरा फील्ड के डेक अधिकारी आईआरएस सचिंद्र प्रसाद सिंह द्वारा भेजा गया एक ई-मेल है. यह ई-मेल 14 मई 2021 की सुबह 9:28 बजे लिखा गया था. इस ई-मेल के सब्जेक्ट में Disturbance Issued for cyclone from (17 May - 20 May) (Pappa 305 - HT Platform) लिखा गया था, साथ ही चक्रवाती चेतावनी को देखते हुए उचित कार्रवाई के लिए अनुरोध की गई थी.
मेल में कहा गया, 'मौसम रिपोर्ट (40-50 समुद्री मील) में तेज हवा की स्पीड दर्ज की गई है और 7-9 एम तक पहुंचने की संभावना है. इन चरम पर्यावरणीय परिस्थितियों और इस पर बार्ज मास्टर के साथ आगे की चर्चा के आधार पर उन्होंने कहा कि उन्हें लंगर डालने और प्लेटफॉर्म से सुरक्षित दूरी पर जाने के लिए पर्याप्त समय चाहिए. इसलिए हम आपसे अनुरोध करते हैं कि संबंधित पक्षों को उचित कार्रवाई करने और सभी कर्मियों तथा संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मार्गदर्शन और निर्देश दें.
प्रोगेस रिपोर्ट पी 305
आजतक/इंडिया टुडे टीवी के पास 16 मई को हस्ताक्षरित पी 305 की फाइल की गई प्रोग्रेस रिपोर्ट भी है. दैनिक रिपोर्ट से पता चलता है कि चक्रवात के आने से एक दिन पहले भी बार्ज एचटी प्लेटफॉर्म से महज 175 मीटर दूर था. यहां कुछ रिमार्क भी भेजे गए.
अंतिम 24 घंटों के लिए 'चक्रवाती गतिविधि ताऊते (Tauktae) के कारण स्टैंडबाय. बार्ज एचटी प्लेटफॉर्म से महज 175 मीटर दूर. मौसम सामान्य होने का इंतजार है. पिछले 24 घंटों की गतिविधि कॉलम पढ़ें. 'संतुलन गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए मौसम के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं.'
क्या है परिजनों का आरोप
बोर्ड पर मैकेनिकल इंजीनियर सौरव जैन अभी भी लापता हैं. उनकी पत्नी का आरोप है कि सभी संबंधित एजेंसियों को खतरे और चेतावनियों के बारे में पता था, फिर भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की.
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मेधा जैन कहती हैं, 'मैंने अपने पति से पूछा कि जब अन्य लोग चले गए थे तो बार्ज पी 305 क्यों नहीं वहां से हट रहा. उन्होंने मुझे बताया कि कंपनी को कई मेल लिखे गए हैं. कप्तान को भी कई लोगों ने वहां से हटने से सलाह दी, लेकिन कप्तान ने इसे नजरअंदाज कर दिया.'
बोर्ड पी 305 पर चीफ इंजीनियर रहमान शेख के भाई आलम शेख का कहना है कि जांच से सभी डिटेल सामने आएंगे. समुद्र में बार्ज को रखने के लिए एजेंसियों का सामूहिक फैसला था. सवाल यह है कि उन्हें ऐसा करने की क्या जरूरत थी. हालांकि इन सबके बीच ओएनजीसी ने इस प्रकरण पर टिप्पणी करने से मना कर दिया.
पिछले दिनों साइक्लोन ताऊते के कहर के दौरान मुंबई के पास अरब सागर में डूबे बार्ज P 305 जहाज को लेकर मुंबई पुलिस ने नाव के कैप्टन राकेश बल्लव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. जहाज के चीफ इंजीनियर मुस्तफिज़ुर रहमान ने राकेश बल्लव पर लापरवाही का आरोप लगाया था, जिसके चलते सैकड़ों लोगों की जान मुश्किल में आ गई थी.