
पश्चिम बंगाल पशु तस्करी मामले में आरोपी अनुब्रत मंडल के CA मनीष कोठारी को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने पांच दिनों तक ईडी हिरासत में भेज दिया है. बुधवार को कोठारी को अदालत में पेश करते हुए ईडी ने कहा कि उसे मंगलवार शाम करीब सवा सात बजे गिरफ्तार किया गया. वह मंडल का एकाउंटेंट है और उसने मंडल की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए बड़ी रकम ठिकाने लगाई है.
ईडी ने कोर्ट को बताया कि कोठारी ने कुछ शेल कंपनियां बनाकर उनके माध्यम से पैसा डायवर्ट किया है. जब अनुब्रत मंडल से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि कोठारी को सब पता है. इस दौरान ईडी ने कोर्ट से कोठारी की 7 दिनों की रिमांड मांगी.
वहीं कोठारी के वकील ने रिमांड का विरोध करते हुए कहा कि जांच के लिए जब भी कोठारी को एजेंसी ने बुलाया है, उन्होंने हमेशा सहयोग किया है. ये प्रोफेशनल हैं, इसलिए इन्होंने सीए के तौर पर अपनी ड्यूटी निभाई है. हाल ही में उनकी एक सर्जरी हुई है. इन्हें मेडिकल केयर की जरूरत है. वो सहयोग कर रहे हैं. वो पेशेवर हैं और देश छोडकर भागने का कोई रिस्क नहीं है. उन पर शर्तें लगाई जा सकती थीं. जब भी उन्हें बुलाया जाता है, वे आ रहे हैं इसलिए उन्हें हिरासत में लेने की वास्तव में जरूरत नहीं है.
इस पर ईडी ने कोर्ट में कहा कि अगर इनके जवाब दूसरों से मेल नहीं खा रहे हैं तो वह टालमटोल वाला जवाब दे रहे हैं जो कि आधार नहीं हो सकता. ईडी के वकील ने कहा कि कोठारी का मेडिकल कराया गया है, वे एकदम फिट हैं, उन्हें कोई बीमारी नहीं है.
ईडी के सात दिन की हिरासत मांगे जाने पर कोठारी के वकील ने कहा कि 7 दिन की हिरासत बहुत अधिक है. ईडी के वकील ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि पुलिस कस्टडी/ज्यूडिशियल कस्टडी/जमानत गिरफ्तारी के बाद तीन चीजें की जा सकती हैं. अगर जमानत मिलती है है तो पुलिस कस्टडी या ज्यूडिशियल कस्टडी बनती है. हर दिन 10 बजे मेडिकल कराया जाता है. दोनों पक्षों को सुनने के बाद राऊज एवेन्यू कोर्ट ने मनीष कोठारी को 5 दिनो की ईडी कस्टडी में भेज दिया.