Advertisement

कैब ड्राइवर्स और यात्रियों के विरोध का दिखा असर, बेंगलुरु एयरपोर्ट ने वापस लिया एंट्री फीस लगाने का फैसला

बेंगलुरु के केम्पेगोडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने आगमन और प्रस्थान के लिए प्राइवेट और कर्मशियल वाहनों पर एंट्री फीस लगाने का फैसला वापस ले लिया है. कैब ड्राइवर्स और यात्री बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के इस फैसले का विरोध कर रहे थे.

बेंगलुरु एयरपोर्ट पर वाहनों के लिए एंट्री फीस लागू (Credits: Twitter) बेंगलुरु एयरपोर्ट पर वाहनों के लिए एंट्री फीस लागू (Credits: Twitter)
aajtak.in
  • बेंगलुरु,
  • 21 मई 2024,
  • अपडेटेड 10:35 AM IST

बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (बीआईएएल) ने केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परिसर में आने वाले प्राइवेट और कर्मशियल वाहनों से एंट्री फीस वसूलने का फैसला वापस ले लिया है. बेंगलुरु एयरपोर्ट के इस फैसले का कैब ड्राइवर्स और यात्री विरोध कर रहे थे. पहले के आदेश के मुताबिक ओला और उबर जैसे कैब एग्रीगेटर्स द्वारा संचालित वाहनों सहित कॉमर्शियल वाहनों पर सात मिनट तक के लिए 150 रुपये और यह समय-सीमा समाप्त होने के बाद 300 रुपये का शुल्क लगाने का फैसला किया गया था.

Advertisement

यह भी पढ़ें: एयर इंडिया की फ्लाइट की IGI एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग, अचानक बजने लगा था फायर अलार्म

बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने एक नोटिफिकेशन में कहा था कि निजी वाहनों के लिए फीस स्ट्रक्चर अलग होगा. मसलन, निजी वाहनों से पहले सात मिनट के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा. इसके बाद अगर निजी वाहन 7-14 मिनट के लिए एयरपोर्ट एरिया में ठहरते हैं तो 150 रुपये के शुल्क का भुगतान करना होगा. एंट्री फीस टर्मिनल-1 और टर्मिनल-2 पर आगमन और प्रस्थान दोनों के लिए लागू किए गए थे. 

नए शुल्कों से बार-बार यात्रा करने वाले यात्रियों और कैब ऑपरेटरों पर असर पड़ने की उम्मीद थी, जिससे संभावित रूप से हवाई अड्डे तक आने-जाने की कुल लागत बढ़ जाती. ​बसों से 600 रुपये, जबकि टेम्पो ट्रैवलर को 300 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा गया था. एयरपोर्ट ऑपरेटर ने ट्रैफिक प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए अराइवल एरिया में वाहनों के लिए पे-एंड-यूज सिस्टम लागू किया था.

Advertisement

यह भी पढ़ें: 2 घंटे से ज्यादा डिले की फ्लाइट, फिर कर दी कैंसिल… इंडिगो के यात्रियों ने राजकोट एयरपोर्ट पर किया हंगामा

बता दें कि सभी व्हाइट-बोर्ड वाहनों को निजी वाहनों के रूप में क्लासिफाइड यानी वर्गीकृत किया जाता है, और सभी येलो-बोर्ड, ईवी कॉमर्शियल वाहनों और सेल्फ-ड्राइव येलो-बोर्ड वाहनों को कॉमर्शियल वाहनों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है. हालांकि, कैब ड्राइवर्स और यात्रियों के विरोध के बाद एयरपोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने अपना फैसला वापस ले लिया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement