
बेंगलुरु से फूड डिलीवरी बॉय की पिटाई का मामला सामने आया है. एक 8 साल की लड़की ने डिलीवरी एजेंट पर खुद के अपहरण की कोशिश और जबरन छत पर ले जाने की शिकायत की थी. इसके बाद सोसायटी में हड़कंप मच गया और बच्ची के माता-पिता के साथ आस-पास के लोगों ने डिलीवरी एजेंट को पीट दिया था. हालांकि जब असलियत सामने आई तो सभी भौचक रह गए.
बच्ची की तलाश कर रहे माता-पिता
घटना सोमवार को बेंगलुरु के इलेक्ट्रॉनिक सिटी के अपार्टमेंट में हुई थी. एक दंपति अपनी लापता बच्ची की तलाश कर रहे थे. काफी देर बाद 8 साल की बच्ची सोसायटी की छत पर मिली. लड़की ने अपने माता-पिता को बताया कि एक फूड डिलीवरी एजेंट उसे ऊपर ले गया था. बच्ची ने बताया कि फूड डिलीवरी एजेंट से बचने के लिए उसने उसके हाथ पर दांत से काट लिया और खुद की जान बचाई.
लड़की के माता-पिता ने अपने पड़ोसियों और सुरक्षा गार्डों को जानकारी दी और अपार्टमेंट का गेट बंद कर दिया. इसी दौरान लड़की ने एक डिलीवरी एजेंट की ओर इशारा किया जो कैंपस में ही था. अपार्टमेंट के निवासियों और गार्ड ने उसे पीटा और पुलिस को बुलाया.
सीसीटीवी फुटेज में सामने आया सच
पुलिस ने कहा कि वे अंदर पहुंचे और अपने पड़ोसी के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की, जिससे पता चला कि लड़की अकेले छत पर गई थी और बाद में अपने माता-पिता और पुलिस से झूठ बोला था. माता-पिता ने पुलिस को बताया कि वे अपने एक और बच्चे को स्कूल बस से छोड़ने गए थे और लौटने के बाद उन्हें अपनी बेटी नहीं मिली. उन्होंने कहा कि उन्हें 30 मिनट बाद लड़की छत पर मिली और लड़की ने उन्हें बताया कि यह डिलीवरी एजेंट था जो उसे वहां ले गया.
बेंगलुरु छोड़ रहा है पीड़ित एजेंट
वहीं, पीड़ित डिलीवरी एजेंट ने कहा 'मैं अब सिक लीव पर हूं. मेरे कंधों में दर्द है. मेरा एक बच्चा भी है इसलिए मैं माता-पिता की चिंता को समझता हूं, लेकिन पता नहीं बच्ची ने ऐसे आरोप क्यों लगाए. उन्होंने कहा 'मैं जल्द ही शहर छोड़कर निजी कारणों से असम वापस जा रहा हूं'. डिलीवरी एजेंट के मैनेजर रवि किरण ने कहा, "मुझे दोपहर 12 बजे कॉल आया और मैं तुरंत मौके पर पहुंचा था. उन्होंने कहा कि पीड़ित को ज्यादा चोट नहीं आई है, उसकी एक बीमार मां है और इसलिए उसकी पहले से असम जाने की प्लानिंग थी.