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वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद और कुतुब मीनार पर जारी विवाद के बीच टीपू सुल्तान के महल का सर्वे कराने की मांग उठी है. हिंदू जनजागृति समिति ने आरोप लगाया कि बेंगलुरु स्थिति टीपू सुल्तान का महल मंदिर की जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है. समिति ने महल का सर्वे कराने की मांग की है.
हिंदू जनजागृति समिति के प्रवक्ता मोहन गौड़ा ने आरोप लगाया कि बेंगलुरु में स्थिति टीपू सुल्तान का महल मंदिर की जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है. उन्होंने कहा, कहा जाता है कि जहां टीपू सुल्तान का महल बना है, वह जमीन वेंकटरमण स्वामी मंदिर की थी.
मोहन गौड़ा के मुताबिक, टीपू सुल्तान के शासन काल में इस जमीन पर कब्जा कर लिया गया. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों बताते हैं उस जगह पर वेदों की शिक्षा दी जाती थी. ऐसे में हिंदू जनजागृति समिति की ओर से मैं इस जमीन का सर्वे कराने और इसे इसके असली मालिकों को सौंपने की मांग करता हूं. उन्होंने बताया कि वेंकटरमण स्वामी मंदिर 15वीं शताब्दी में बनवाया गया था.
ज्ञानवापी से कुतुब मीनार तक जारी है विवाद
भारत में धार्मिक स्थलों को लेकर विवाद नया नहीं है. लेकिन हाल ही में देश में ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा श्रीकृष्णजन्मभूमि विवाद, ताजमहल और कुतुब मीनार को लेकर विवाद जारी है. जहां वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद का हाल ही में कोर्ट के आदेश के बाद सर्वे कराया गया था. दावा किया जा रहा है कि यहां शिवलिंग मिली है. इस मामले में वाराणसी की जिला कोर्ट में सुनवाई चल रही है.
उधर, ताजमहल को लेकर भी विवाद जारी है. हिंदू संगठनों का दावा है कि ये पहले तेजोमहालय था. इतना ही नहीं हाल ही में ताजमहल में बंद पड़े 22 कमरों को खोलने की भी मांग उठी थी. दिल्ली स्थित कुतुब मीनार में पूजा करने की इजाजत को लेकर साकेत कोर्ट में याचिका दायर की गई है.
(Input- Karthick)