Advertisement

ममता से हारकर बोलीं बीजेपी प्रत्याशी प्रियंका- मैन ऑफ द मैच मैं हूं, अभी उम्र पड़ी है

सीएम ममता के हाथों शिकस्त झेलने के बाद बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने कहा कि इस मुकाबले की मैन ऑफ द मैच वह खुद हैं और उनकी अभी लंबी उम्र पड़ी है वह लड़ाई जारी रखेंगी.

बीजेपी नेता प्रियंका टिबरेवाल. (फाइल फोटो) बीजेपी नेता प्रियंका टिबरेवाल. (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 5:54 PM IST
  • सीएम ममता ने प्रियंका टिबरेवाल को 58 हजार वोटों से हराया
  • भवानीपुर सीट पर बीजेपी ने प्रियंका टिबरेवाल को उतारा था

पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट पर हुए विधानसभा उप चुनाव में सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ी जीत दर्ज की है. सीएम ममता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी की प्रियंका टिबरेवाल को 58000 वोटों से शिकस्त दी है.

सीएम ममता के हाथों शिकस्त झेलने के बाद बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने कहा कि इस मुकाबले की मैन ऑफ द मैच वह खुद हैं और उनकी अभी लंबी उम्र पड़ी है वह लड़ाई जारी रखेंगी. टिबरेवाल ने कहा कि कल मैंने सुना कोई राजनीतिक विश्लेषक कल कह रहे थे कि जब कोई मैच होता है तो एक टीम जीतती है, एक हारती है. मान लीजिए कि यह एक मैच था. जरूरी नहीं है कि जीतने वाली टीम का ही खिलाड़ी मैन ऑफ द मैच हो. तो इस गेम की मैन ऑफ द मैच मैं हूं, यह मैंने साबित किया, उस गढ़ में जाकर इलेक्शन लड़ा, पूरे साहस के साथ और 25 हजार वोट  मुझे मिले हैं.

Advertisement

बता दें कि इस जीत के बाद अब तय हो गया है कि ममता बनर्जी बंगाल की मुख्यमंत्री बनी रहेंगी. कहा जा रहा है कि यह चुनाव सिर्फ कुर्सी बचाने की लड़ाई नहीं थी, इस चुनाव के जरिए एक संदेश भी दिया जाना था कि ममता राष्ट्रीय राजनीति में उतर रही हैं तो भवानीपुर से जीत के जरिए इस मंशा को बल चाहिए था. ममता बनर्जी ने इस उप चुनाव में भवानीपुर में आठ से दस जनसभाएं की थीं. ममता के मंत्री व टीएमसी के नेता भी इस सीट के लिए पूरा जोर लगाती नजर आईं.

कौन हैं प्रियंका टिबरेवाल

भवानीपुर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार रहीं 41 वर्षीय प्रियंका टिबरेवाल, पेशे से वकील हैं. प्रियंका सुप्रीम कोर्ट और कलकत्ता हाईकोर्ट में वकालत करती हैं. भारतीय जनता पार्टी में वह युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष हैं. प्रियंका टिबरेवाल ने साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी ज्वॉइन की थी. प्रियंका बीजेपी में रह चुके बाबुल सुप्रियो की लीगल एडवाइज़र थीं और उन्होंने ही प्रियंका को बीजेपी में शामिल कराया था.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement