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नाक के जरिए दी जाएगी वैक्सीन! भारत बायोटेक के नेजल टीके के दूसरे फेज के ट्रायल को मंजूरी

भारत बायोटेक की नाक के जरिए से दी जाने वाली पहली कोरोना वैक्सीन के दूसरे फेज के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी मिल गई है. यह जानकारी बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को दी.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 7:25 AM IST
  • नेजल टीके के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी
  • नियामक ने दूसरे फेज के ट्रायल को किया मंजूर
  • भारत बायोटेक ने बनाया है यह टीका

भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की नाक (Nasal Corona Vaccine) के जरिए से दी जाने वाली पहली कोरोना वैक्सीन के दूसरे फेज के क्लीनिकल ट्रायल (Clinical Trial) को मंजूरी मिल गई है. यह जानकारी बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को दी. वैक्सीन के पहले फेज का क्लीनिकल ट्रायल 18 से 60 साल की उम्र के लोगों पर किया जा चुका है.

बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट (डीबीटी) ने अपने बयान में कहा, ''भारत बायोटेक की इंट्रानेजल वैक्सीन पहली नाक की वैक्सीन, जिसे दूसरे फेज के ट्रायल के लिए नियामक की मंजूरी मिली है." इससे पहले बयान में कहा गया था कि रेग्युलेटर ने दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल के लिए मंजूरी दी है. लेकिन फिर से रिवाइज्ड बयान जारी करके दूसरे फेज के ट्रायल की अनुमति दी जाने की पुष्टि की गई. 

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वैक्सीन का बेहतर रिजल्ट

स्टेटमेंट में कहा गया है कि स्वस्थ वॉलेंटियर्स में BBV154 (एडेनोवायरल इ्रंट्रानेजल कोविड वैक्सीन) के साथ BBV152 (कोवैकसीन) की प्रतिरक्षण क्षमता और सुरक्षा का मूल्यांकन करने के लिए SARS-CoV-2 टीको के हेटेरोलॉगस प्राइम-बूस्ट कॉम्बिनेशन के दूसरे चरण के ट्रायल को मंजूरी दी गई है. भारत में यह अपने तरह की पहली वैक्सीन होगी, जिसके क्लीनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी मिली है.

डीबीटी ने आगे कहा, "कंपनी ने दर्ज किया है कि पहले चरण के क्लीनिकल ट्रायल में स्वस्थ वॉलंटियर्स को दी गई वैक्सीन की खुराक ने अच्छी तरह से काम किया है. कोई गंभीर प्रतिकूल घटना की जानकारी नहीं मिली है.'' वैक्सीन को प्री-क्लीनिकल टॉक्सिसिटी स्टडीज में सुरक्षित, इम्युनोजेनिक और अच्छी तरह से काम करने योग्य पाया गया था. 

बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले साल मिशन कोविड सुरक्षा को लॉन्च किया था, जिससे कोरोना वैक्सीन पर जल्द से जल्द तेजी से काम किया जा सके. इस मिशन का फोकस लोगों के लिए एक सुरक्षित, प्रभावी, सस्ती और सुलभ कोविड वैक्सीन उपलब्ध करवाना है.

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डीबीटी की चेयरमैन और सचिव रेणु स्वरूप ने कहा, ''मिशन कोविड सुरक्षा के जरिए से डिपार्टमेंट सुरक्षित और प्रभावी टीकों को डेवलप करने के लिए प्रतिबद्ध है. भारत बायोटेक की BBV154 कोविड वैक्सीन देश में विकसित की जा रही है, जोकि पहली इंट्रानैसल वैक्सीन होगी. यह अभी क्लीनिकल ट्रायल के स्टेज से गुजर रही है.''

 

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