Advertisement

भारत जोड़ो यात्रा को प्रतिक्रिया तो अच्छी मिली लेकिन वोटों में बदलना चुनौती- शशि थरूर

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भारत जोड़ो यात्रा के बारे में कहा कि इससे सरकार हिल गई है. उन्होंने कहा राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा को भारी प्रतिक्रिया मिली है. साथ ही उन्होंने कहा, 'इसे वोटों में बदलना अगली चुनौती है और यह खुद से नहीं होने वाला है.'

शशि थरूर (फाइल फोटो) शशि थरूर (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • कोलकाता,
  • 30 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:34 AM IST

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने गुरुवार को कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा को भारी प्रतिक्रिया मिली है. साथ ही उन्होंने कहा, 'इसे वोटों में बदलना अगली चुनौती है और यह खुद से नहीं होने वाला है.'

उन्होंने यह भी कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से सरकार हिल गई है और सरकार के द्वारा लिखे गए पत्र ने कोविड -19 की वजह से होने वाले खतरों की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि चीन से आया वायरस इसी ओर संकेत दे रहा है और ये चिंता बढ़ा रहा है.

Advertisement

क्षेत्रीय दलों को साथ लाने की कोशिश

बता दें कि शशि थरूर ने हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा था और वो इस चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे से हार गए थे. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी को 2024 के आम चुनावों में चुनौती पेश करने के लिए अन्य दलों, विशेष रूप से क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की आवश्यकता होगी.

उन्होंने कोलकाता साहित्य महोत्सव के तहत आयोजित एक कार्यक्रम से इतर कहा, 'अपनी धारणा है कि जिस तरह से उनका (गांधी का) निजी तौर पर स्वागत किया गया है, उसने उनकी छवि के लिए चमत्कार किया है.'

थरूर के पैर में आई थी मोच

गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर हाल में चोटिल भी हो गए थे. संसद में चलते वक्त उनके पैर में मोच आ गई थी. इसके बाद तेज दर्द की वजह से उन्हें अस्पताल जाना पड़ा. हादसे के बाद शशि थरूर संसद की कार्यवाही में नहीं पहुंचे थे. इसके अलावा उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र जाने की योजना भी रद्द कर दी थी. उन्होंने ट्विटर पर अपनी तस्वीरें शेयर कर इसकी जानकारी दी थी. 

Advertisement

अपनी चोट के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा था कि एक छोटी सी असुविधा हुई है. कल संसद में एक स्टेप मिस हो जाने के कारण मेरे बाएं पैर में बुरी तरह मोच आ गई. शशि थरूर ने कहा कि कुछ घंटों तक मैंने इसे नजरअंदाज किया. लेकिन ये दर्द इतना बढ़ गया था कि मुझे अस्पताल जाना पड़ा. मैं फिलहाल चल फिर नहीं सकता हूं, आज संसद की कार्यवाही में नहीं जा पा रहा हूं. इसके अलावा मैंने अपने संसदीय क्षेत्र जाने के प्लान को भी रद्द कर दिया है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement