Advertisement

भारतीय किसान यूनियन ने भूपिंदर सिंह मान को दिखाया बाहर का रास्ता, कमेटी से भी हुए अलग

अब से कुछ देर पहले ही भूपिंदर सिंह मान ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई 4 सदस्यीय कमेटी से खुद को अलग कर लिया. भूपिंदर सिंह मान के इस फैसले पर BKU ने कहा कि ये किसान आंदोलन की वैचारिक जीत का उदाहरण है.

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी (फोटो- PTI) कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी (फोटो- PTI)
सतेंदर चौहान
  • चंडीगढ़,
  • 14 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 4:28 PM IST
  • BKU ने भूपिंदर सिंह मान को दिखाया बाहर का रास्ता
  • भूपिंदर सिंह मान ने खुद को SC की कमेटी से अलग किया
  • भूपिंदर सिंह मान के अंदर का किसान जाग गया: BKU

भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने भूपिंदर सिंह मान को अपने संगठन से अलग करने का ऐलान किया है. पंजाब के खन्ना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए किसान संगठन ने इसकी घोषणा की. अब से कुछ देर पहले ही भूपिंदर सिंह मान ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई 4 सदस्यीय कमेटी से खुद को अलग कर लिया. भूपिंदर सिंह मान के इस फैसले पर BKU ने कहा कि ये किसान आंदोलन की वैचारिक जीत का उदाहरण है. संगठन ने आगे कहा कि हम उनका धन्यवाद करते हैं कि आज उनके अंदर का किसान जाग गया. 

Advertisement

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सरकार और किसानों के बीच गतिरोध को खत्म करने के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह मान भी इस कमेटी में थे. हालांकि, गुरुवार को उन्होंने खुद को इससे अलग कर लिया. भूपिंदर सिंह मान के नाम पर शुरू से बवाल हो रहा था. आंदोलन कर रहे किसानों का कहना था कि भूपिंदर सिंह मान पहले ही तीनों कृषि कानून का समर्थन कर चुके हैं.

भूपिंदर सिंह मान ने क्या कहा

भूपिंदर सिंह मान ने कहा कि एक किसान और संगठन का नेता होने के नाते मैं किसानों की भावना जानता हूं. मैं अपने किसानों और पंजाब के प्रति वफादार हूं. इन के हितों से कभी कोई समझौता नहीं कर सकता. मैं इसके लिए कितने भी बड़े पद या सम्मान की बलि चढ़ा सकता हूं. उन्होंने कहा कि मैं कोर्ट की ओर से दी गई जिम्मेदारी नहीं निभा सकता. मैं खुद को इस कमेटी से अलग करता हूं.

Advertisement

देखें: आजतक LIVE TV

भूपिंदर सिंह मान की कृषि कानून पर राय

ऑल इंडिया किसान कॉर्डिनेशन कमेटी के प्रमुख भूपिंदर सिंह मान ने दिसंबर महीने में ही कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात कर नए कानूनों का समर्थन कर दिया था. हालांकि, कुछ संशोधनों की मांग जरूर की थी, जिनमें एमएसपी पर लिखित गारंटी देने को कहा गया था. भूपिंदर सिंह मान का आंदोलनरत किसानों ने विरोध किया था.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement